बाराबंकी में निजी अस्पताल में गर्भवती की मौत, स्वजनों ने उपचार में लापरवाही का लगाया आरोप
विकास ने बताया कि रीता के मुंह से झाग निकल रहा था और शरीर काला पड़ गया था। धीरे-धीरे मृतका के परिवारजन व रिश्तेदारों का जमावड़ा होने लगा और सभी आक्रोशित थे। कोतवाल अमर सिंह ने लोगों को समझाया और शव को पीएम को भेजा।
बाराबंकी, संवादसूत्र। निजी अस्पताल में भर्ती नौ माह की गर्भवती महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई। परिवारजन ने उपचार में लापरवाही करने का आरोप लगाया है। परिवारजन के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने शांत कराया और शव को पीएम के लिए भेजा। एसडीएम ने स्वास्थ्य विभाग की टीम की जांच रिपोर्ट और पीएम रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा करने के निर्देश दिए हैं।
बदोसराय थाना के ग्राम मदारपुर में रहने वाले विकास शर्मा की 21 वर्षीय पत्नी रीता नौ माह की गर्भवती थी। बिजली विभाग में संविदाकर्मी विकास ने पत्नी को आठ अगस्त की रात प्रसव पीड़ा होने पर फतेहपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां से कोतवाली नगर के पैसार में स्थित एक निजी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया। आरोप है कि भर्ती कराते ही 60 हजार जमा कराए गए और जांच के नाम पर 20 हजार और लिए गए। खून की कमी बताकर एक यूनिट खून लाने को कहा गया। भोर तक वह खून तलाश करके वह आ रहा था तभी अस्पताल में मौजूद परिवारजन ने फोन पर बताया कि एक इंजेक्शन देने के बाद से गर्भवती की हालत बिगड़ती जा रही है। अस्पताल पहुंचा तो पत्नी की मौत हो चुकी थी।
विकास ने बताया कि रीता के मुंह से झाग निकल रहा था और शरीर काला पड़ गया था। धीरे-धीरे मृतका के परिवारजन व रिश्तेदारों का जमावड़ा होने लगा और सभी आक्रोशित थे। कोतवाल अमर सिंह ने लोगों को समझाया और शव को पीएम को भेजा। एसडीएम पंकज सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची थी। उसकी जांच रिपोर्ट और पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। नगर कोतवाल ने तहरीर मिलने से इन्कार किया है।