जन्माष्टमी के दिन गई बिजली चार दिन बाद आई, अधिकारियों ने घर पहुंचकर जानी समस्याएं
लखनऊ में जन्माष्टमी वाले दिन गई थी बिजली रविवार को आई मध्यांचल प्रबंध निदेशक ने लिया घरों का जायजा 45 मिनट बाद आई बिजली।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में कुछ उपभोक्ता ऐसे भी हैं, जिनके यहां जन्माष्टमी के दिन बिजली गई थी। इन उपभोक्ताओं ने स्थानीय बिजली घर में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे ही एक उपभोक्ता के यहां जो पिछले कई दिनों से बिना बिजली के रह रहे थे, उनके यहां उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने पहुंचकर पूरा हाल जाना। चिनहट के उपभोक्ता शराफत खान ने बताया कि कई जन्माष्टमी वाले दिन शाम चार बजे बिजली गई थी, पूरे मुहल्ले में आ गई, लेकिन हमारे यहां नहीं आई। इसकी शिकायत स्थानीय अभियंताओं से की थी, कोई सुनवाई नहीं हुई। अवधेश ने इसकी शिकायत उपभोक्ता के घर से ही एमडी मध्यांचल सूर्य पाल गंगवार से की। एमडी ने टीम लगाकर 45 मिनट में बिजली आपूर्ति तो बहाल करवा दी, लेकिन सवाल खड़ा होता है कि उपभोक्ता की शिकायत आखिर क्यों नहीं सुनी जा रही थी?
करीब दस लाख उपभोक्ताओं की बिजली जन्माष्टमी वाले दिन गुल हुई थी। पूरी तरह से बिजली चालू करने में 16 अगस्त तक का समय लग गया। वर्मा ने बताया कि पॉवर कारपोरेशन और एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि0 (इइएसएल) बड़े बड़े दावे कर रहे थे कि बिजली आपूर्ति सबकी बहाल कर दी गई है। हकीकत क्या है, यह सबके सामने है। उन्हाेंने ईईएसएल पर एफआइआर दर्ज करने की मांग की है।