संक्रमण काल में पहली बार पालीटेक्निक में लगीं कक्षाएं
जेएनएन लखनऊ। पालीटेक्निक संस्थानों में कोरोना संक्रमण के चलते मार्च से बंद चल रही पढ़ाइ
जेएनएन, लखनऊ।
पालीटेक्निक संस्थानों में कोरोना संक्रमण के चलते मार्च से बंद चल रही पढ़ाई मंगलवार से शुरू हो गई। कक्षाओं में महीनों से छाया सन्नाटा खत्म हुआ तो विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों के भी चेहरे खिल उठे। महानगर के हीवेट पालीटेक्निक में आफलाइन के साथ ही आनलाइन कक्षाएं एक साथ शुरू हुईं। सुरक्षा बंदोबस्त के बीच विद्यार्थियों को थर्मल स्क्रीनिग के बाद कक्षाओं में प्रवेश दिया जा रहा है। कक्षा में बैठने की क्षमता से आधे विद्यार्थियों को बैठाया जा रहा है।
प्रधानाचार्य डा.यूसी वाजपेयी ने बताया कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के निर्देश व कोरोना संक्रमण के जरूरी इंतजाम के साथ कक्षाएं शुरू की गई। कक्षा में जो कुछ भी पढ़ाया जा रहा है, उसे विद्यार्थी घर बैठे भी पढ़ सकते हैं। किसी भी विद्यार्थी को कालेज आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। वहीं, लखनऊ पालीटेक्निक में सुरक्षा के चलते आनलाइन कक्षाएं ही संचालित की जा रही हैं। प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि एक सप्ताह बाद आफलाइन कक्षाएं शुरू करने पर मंथन चल रहा है। मोहान रोड स्थित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पालीक्निक के प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव ने बताया कि अभी आनलाइन कक्षाएं चलेंगी। सुरक्षा कारणों से आफलाइन कक्षाएं स्थगित रहेंगी। राजकीय महिला पालीेटेक्निक के प्रधानाचार्य एसके श्रीवास्तव ने बताया कि आनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। 30 नवंबर तक प्रवेश होंगे। आइटीआइ की प्रवेश सूची तैयार, संस्थानों में सीधे प्रवेश राजकीय और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के साथ ही प्रवेश भी जारी है। मंगलवार को दाखिले के अंतिम चरण की सूची तैयार हो गई। अब प्रधानाचार्य संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करेंगे।
चारबाग के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन के अनुरूप कक्षाएं और प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। किसी को भी जबरन नहीं बुलाया जा रहा है। व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त सचिव एससी तिवारी ने बताया कि प्रदेश में 305 सरकारी और 2939 निजी आइटीआइ की शेष सीटों पर प्रवेश होगा। केंद्र व राज्य सरकार की 67 ट्रेडों में पढ़ाई होगी। निजी संस्थानों में नहीं बढ़ेगी फीस
निजी संस्थानों में फीस की बढ़ोतरी नहीं होगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए परिषद ने निजी संस्थानों से फीस न बढ़ाने की अपील की है। प्राइवेट आइटीआइ एसोसिएशन के राजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित फीस ही ली जाएगी। कोई अतिरिक्त फीस नहीं लेगा। विद्यार्थियों का टोटा
कोरोना संक्रमण के चलते निजी संस्थानों के सामने प्रवेश की चुनौती भी कम नहीं है। सरकारी में सीटें भर नहीं पा रही हैं तो दूसरी ओर निजी संस्थानों के पास प्रवेश लेने वालों का टोटा है। इसलिए उनके सामने स्टाफ को वेतन देने की चुनौती भी कम नहीं है। एसोसिएशन ने सरकार से मदद की गुहार भी लगाई है। वहीं अंक पत्रों का संशोधन न होने से विद्यार्थी भी परेशान हैं।