पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण पर पहल : प्रदेश में अब ड्रोन कैमरे रखेंगे प्रदूषण पर नजर UP News
प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बड़ी समस्या बनता जा रहा है। हर साल जाड़े में प्रदेश के प्रमुख शहर वायु प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं।
लखनऊ [शोभित श्रीवास्तव]। प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रदूषण स्रोतों की निगरानी 'ड्रोन कैमरे से कराने का निर्णय लिया है। इससे प्रदूषण स्रोतों की तत्काल सही रिपोर्ट सामने आ जाएगी। साथ ही प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों की जांच कर उसकी रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड की जाएगी। यानी अफसर मौके पर जाकर अपनी निरीक्षण रिपोर्ट वहीं से ऑनलाइन अपलोड करेंगे। इससे प्रदूषण नियंत्रण के कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है।
दरअसल, प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बड़ी समस्या बनता जा रहा है। हर साल जाड़े में प्रदेश के प्रमुख शहर वायु प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं। कई शहरों में तो वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर को पार कर जाता है। यही हाल प्रदेश की नदियों का भी है। शहरों में सीवेज की गंदगी बगैर ट्रीटमेंट के सीधे नदियों में बहाई जा रही है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों की जांच व उन पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे की मदद लेने का निर्णय लिया है।
इसके साथ ही बोर्ड ने प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों की होने वाली जांच की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी है। इसके तहत जांच अधिकारी मौके पर जाकर निरीक्षण स्थल से ही अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड करेंगे। रिपोर्ट अपलोड होते ही अफसर तत्काल मामले में कार्रवाई करेंगे। इसके लिए सभी 28 क्षेत्रीय कार्यालयों को जरूरी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है।
रियलटाइम अपलोड होगी रिपोर्ट
सदस्य सचिव, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, आशीष तिवारी ने बताया कि पहले प्रदूषण स्रोतों की जांच रिपोर्ट आने में समय लगता था, इससे कार्रवाई में भी विलंब हो जाता था। इस कारण कई स्थानों पर प्रदूषण की स्थिति और खराब हो जाती थी। अब बोर्ड ने मौके से ही जांच कर रियलटाइम रिपोर्ट अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही संवेदनशील स्थलों की जांच ड्रोन कैमरे से कराने का निर्णय लिया है।