एक्शन में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड...लखनऊ में वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार 13 फैक्ट्रियां बंद
उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण को देख उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एक्शन में आ गया है। प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई शहरों में बोर्ड ने कार्रवाई की है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण को देख उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एक्शन में आ गया है। प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई शहरों में बोर्ड ने कार्रवाई की है। लखनऊ की 13 प्लाइवुड फैक्ट्रियों को 15 नवंबर तक बंद कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद सहित भवन निर्माण की 29 परियोजनाओं को नोटिस दिया गया है। गाजियाबाद में भी 2.38 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। मुरादाबाद में मेटल गलाने वाली 40 भट्टियों को बंद कर दिया गया है।
गाजियाबाद क्षेत्र में वायु प्रदूषण के नियंत्रण के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पांच इकाइयों पर 1.14 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इन इकाइयों पर वायु प्रदूषण फैलाने का आरोप था। 22 भवन परियोजनाओं पर भी 1.07 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह भी वायु प्रदूषण फैला रहे थे। गाजियाबाद में कूड़ा जलाने के मामले में 17.5 लाख रुपये का दंड लगाया गया है।
बाराबंकी व शाहजहांपुर में पराली जलाए जाने की घटनाओं पर कृषि विभाग ने कार्रवाई करते हुए 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। पीलीभीत में 16 दोषी व्यक्तियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जेपीएस राठौर ने कहा कि संबंधित विभागों जैसे नगर निगम को शहर में वायु प्रदूषण नियंत्रित करने व यातायात पुलिस को यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बोर्ड के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्रीय प्रशासन से समन्वय कर वायु प्रदूषण के नियंत्रण के लिए कार्रवाई करें।
प्रमुख शहरों में अध्यक्ष जाकर करेंगे समीक्षा
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जेपीएस राठौर प्रमुख शहरों में जाकर वायु प्रदूषण की समीक्षा करेंगे। इसी कड़ी में सबसे पहले छह नवंबर को वाराणसी में अध्यक्ष जिला प्रशासन के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद गाजियाबाद, नोएडा, कानपुर व आगरा में भी जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक होंगी।