बाराबंकी में बच्ची की मौत पर सियासत तेज, सांसद उपेंद्र सिंह रावत व सपा के प्रतिनिधि मंडल ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
सांसद ने पीड़ित परिवारजन के सामने मोबाइल पर डीएम से बात की। सांसद ने बताया कि मृतका के पिता संदीप के पास आवास नहीं है जबकि वह पात्र है। ऐसे में आवास सहित अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा जिसका वह पात्र है।
बाराबंकी, जेएनएन। बाराबंकी के संयुक्त चिकित्सालय व सीएचसी सिरौलीगौसपुर में चिकित्सकों की गैर मौजूदगी के चलते इलाज अभाव में बालिका की मौत के माम ले पर सियासत होती ही जा रही है। बुधवार को सपा का प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार से तासीपुर में धरना स्थल पर मिला। वहीं दूसरी तरफसांसद उपेंद्र सिंह रावत ने पहुंचकर पीड़ित परिवार को यह बताकर धरना समाप्त कराया और कहा कि जांच पूरी हो चुकी है। जिन डाक्टरों की ड्यूटी थी लेकिन वह मौजूद नहीं थे उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएम ने शासन से संस्तुति की है। सांसद ने पीड़ित परिवारजन के सामने मोबाइल पर डीएम से बात की। सांसद ने बताया कि मृतका के पिता संदीप के पास आवास नहीं है, जबकि वह पात्र है। ऐसे में पीड़ित परिवारीजन को आवास सहित अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा जिसका वह पात्र है।
गोप ने कहा मामले की हो निष्पक्ष जांच:
सिरौलीगौसपुर : तासीपुर में परिवारजन के धरने पर पहुंचे सपा प्रतिनिधि मंडल के शामिल पूर्व मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा भी दिया जाना चाहिए। । उन्होंने बताया कि सपा अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर हम लोग आए हैं। समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है। गोप ने भी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व डीएम को फोन मिलाकर बात की और कार्रवाई करने को कहा। प्रतिनिधि मंडल में सपा जिलाध्यक्ष मो. अयाज, पूर्व विधायक राम गोपाल रावत, जिला उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी, इंतिखाब आलम नोमानी, नेहा आनंद, अंकुर सिंह, बबलू सिंह, आशीष सिंह आर्यन, बीके सिंह व सोनू सिंह आदि मौजूद रहे।
सपा का प्रतिनिधि मंडल थाना जैदपुर के नसीरपुर गांव भी पहुंचा जहां की एक बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना हुई है। यहां भी पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की मांग की गई है।