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Lakhimpur Kheri Violence Case: लखनऊ समेत कई जनपदों में गरमाई सियासत, कहीं किसान तो कहीं विपर्क्ष पार्टियों का प्रदर्शन

लखीमपुर के तिकुनिया में रविवार को हुई किसानों के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संघर्ष को लेकर सोमवार को लखनऊ समेत आसपास के जनपदों में भी सियासत गरमा गई। रविवार देर रात प्रियंका वाड्रा के लखनऊ पहुंचकर लखीमपुर रवाना होते ही पुलिस सतर्क हो गयी।

By Rafiya NazEdited By: Published: Mon, 04 Oct 2021 07:08 PM (IST)Updated: Tue, 05 Oct 2021 07:10 AM (IST)
Lakhimpur Kheri Violence Case: लखनऊ समेत कई जनपदों में गरमाई सियासत, कहीं किसान तो कहीं विपर्क्ष पार्टियों का प्रदर्शन
लखीमपुर में हिंसा के बाद लखनऊ के आसपास के जनपदों में गर्माई सियासत।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखीमपुर के तिकुनिया में रविवार को हुई किसानों के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संघर्ष के बाद प्रदेश भर में सियासत गर्मा गई है। राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रसपा लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव किसानों के समर्थन में लखीमपुर जाने को निकले तो उन्‍हें पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। वहीं रविवार देर रात प्रियंका वाड्रा को सीतापुर में अरेस्‍ट करने पर भी काफी बवाल मचा। प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी राजधानी लखनऊ समेत लखीमपुर, सीतापुर, अयोध्‍या समेत आसपास के जनपदों में प्रदर्शन किया। साथ ही किसान भी आंदोलित रहे।

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लखनऊ में रोके गए अखिलेश व शिवपाल यादव: लखीमपुर के तिकुनिया में रविवार को हुई किसानों के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संघर्ष को लेकर सोमवार को लखनऊ में भी सियासत गरमा गई। रविवार देर रात प्रियंका वाड्रा के लखनऊ पहुंचकर लखीमपुर रवाना होते ही पुलिस सतर्क हो गयी। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रसपा लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के लखीमपुर जाने से पहले उनको नजरबंद कर दिया गया। वहीं आप ने परिवर्तन चोक पर प्रदर्शन किया। विक्रमादित्य मार्ग पर सोमवार तड़के ही भारी पुलिस बल तैनात हो गया। अखिलेश यादव के घर के बाहर बैरिकेटिंग कर दी गई। जबकि घर के दोनों गेट पर ट्रक को लगा दिया गया। खबर लगते ही सपा कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। अखिलेश यादव घर से निकले तो उनको पुलिस ने लखीमपुर जाने से रोक दिया। नाराज अखिलेश धरने पर बैठ गए। इस बीच गौतमपल्ली थाने के सामने खड़ी पुलिस की जीप में किसी ने आग लगा दी। अखिलेश यादव ने कहा कि सपा कार्यकर्ता शांति से धरना दे रहे हैं। पुलिस ने अपनी गाड़ी में आग लगायी है। अखिलेश को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कार्यकर्ताओं के साथ वह ईको गार्डेन पहुंचे। जहां राम गोपाल यादव, अंबिका चौधरी, राजेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया और अहमद हसन भी मौजूद थे। मृतक किसानों को दो करोड़ रुपये मुआवजा देने सहित कई मांगों का ज्ञापन देने के बाद अखिलेश यादव को छोड़ा गया।

लखीमपुर में हजारों की तादात में पहुंचे किसान, टेंट लगाकर हाईवे किया जाम

लखीमपुर : तिकुनिया में रविवार को हुए बवाल और दो किसानों समेत छह लोगों की मौत के बाद अभी हालात सामान्य नहीं हुए हैं। घटना को लेकर पूरे जिले में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। भाकियू नेता राकेश टिकैत रविवार रात में ही तिकुनिया पहुंच गए थे। उनसे रात से प्रशासन लगातार बातचीत कर रहा है, पर किसान अपनी मांगों पर अड़े, जिस कारण अभी कोई हल नहीं निकला है। मैगलगंज में हजारों की तादात में किसानों लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे जाम कर दिया है। तिकुनिया कांड को लेकर पूरे जिले में माहौल गर्म है। गोला में सपाई जोरदार प्रदर्शन की तैयारी में जुटे हैं और पुलिस-प्रशासन से उनकी आंख-मिचौली चल रही है। मैगलगंज में लड़ैती देवी पेट्रोल पंप के पास हजारों की तादात में किसानों ने रोड पर ही टेंट लगाकर हाईवे को पूरी तरह से ब्लाक कर दिया। किसानों ने हाईवे पर एक तरफ कंबाइन मशीन और दूसरी तरफ ट्रालियां खड़ी करके रासता पूरी तरह से बंद कर दिया है। किसान हाथों में काले झंडे लिए हुए हैं और ‘टेनी व उनके बेटे को फांसी दो’ आदि जोरदार नारे लगा रहे हैं। किसानों के प्रदर्शन और हाईवे जाम की सूचना पाकर एसडीएम मितौली दिग्विजय सिंह और सीओ मितौली सुधीर सिंह व एसओ मैगलगंज चिरंजीव मोहन दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए और किसानों से बातचीत शुरू की है, पर अभी तक कोई हल नहीं निकला है। उधर तिकुनिया में हालात खराब हैं। वहां गुरुनानक तिराहे पर किसानों का प्रदर्शन चल रहा है। तिकुनिया की मार्केट भी पूरी तरह से बंद है।

प्रियंका हिरासत में, कांग्रेस और सपा का प्रदर्शन

सीतापुर : लखीमपुर में बवाल के बाद सीतापुर में सियासी सरगर्मियां बढ़ गईं हैं। रविवार रात पुलिस ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को हरगांव में रोक लिया। इसके बाद उन्हें द्वितीय वाहिनी पीएसी के गेस्ट हाउस में रखा गया है। प्रियंका को रोकने से आक्रोशित कांग्रेसियों ने सोमवार को द्वितीय वाहिनी पीएसी गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, जितेंद्र हुड्डा, कुलदीप वत्स, नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत तमाम बड़े नेताओं ने सीतापुर आकर विरोध जताया। कांग्रेसियों ने प्रियंका गांधी वाड्रा को रिहा करने की मांग की। कांग्रेस ने सेक्रेड हार्ट स्कूल वाली रोड पर दो बार जाम भी लगवाया। उधर, रात में लखीमपुर जाने की कोशिश कर रहे आप सांसद संजय सिंह को भी बिसवां में रोका गया। यही नहीं, लखनऊ में अखिलेश यादव को हिरासत में लिए जाने से आक्रोशित सपाई भी सड़क पर उतर पड़े। पुलिस पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल, अनूप गुप्त व अनिल वर्मा समेत करीब 15-20 लोगों को वहां से पुलिस लाइन ले गई। इसके बाद सपाइयों ने लालबाग चौराहे पर जाम लगा दिया।

अंबेडकरनगर में किसानों और दलों में शहर से गांव तक उबाल

अंबेडकरनगर: लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर जिला मुख्यालय से तहसीलों तक किसानों व राजनीतिक दलों में उबाल दिखा। धरना, विरोध प्रदर्शन व गिरफ्तारी देते हुए राष्ट्रपति व राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन भेजा। उग्र प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए चौकन्ना पुलिस का जिलेभर में पहरा लगा रहा। नाकेबंदी और रोकटोक के चलते पुलिस से नोकझोंक के बाद सपाइयों ने गिरफ्तारी दी। हालांकि कहीं अप्रिय घटना नहीं हुई। 

बहराइच में तिकुनिया कांड को लेकर सपा-कांग्रेस, किसान संगठनों का प्रदर्शन

बहराइच : तिकुनिया लखीमपुर प्रकरण को लेकर जिले के सियासी हल्कों में उबाल रहा। इस जिले के दो किसानों की मौत के चलते विपक्षी दलों ने प्रदर्शन कर आक्रोश प्रकट किया। पुतला फूंकने के साथ ही मौन सत्याग्रह, रास्ता जाम कर विरोध जताया। विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री की नानपारा मार्ग पर प्रस्तावित समारोह स्थगित कर दिया गया। मैलानी प्रखंड पर रेल सेवा भी ठप रही। लखीमपुर व सीतापुर बार्डर सील होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। प्रशासन एवं पुलिस अमले की सक्रियता से शांति व्यवस्था बनी रही। पुतला जलाने को लेकर कांग्रेसियों की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई।

बलरामपुर में लखीमपुर घटना को लेकर विपक्ष का प्रदर्शन, गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग

बलरामपुर : लखीमपुर में बवाल के बाद सोमवार को कांग्रेस व सपा के विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस सुबह से ही मुस्तैद रही। सपा नेता पूर्व मंत्री डा. एसपी यादव व निवर्तमान युवजन सभा जिला अध्यक्ष राकेश यादव को मुहल्ला पहलवारा स्थित आवास में ही पुलिस ने नजर बंद कर लिया। सपाइयों के विरोध पर पुलिस ने घर से बाहर निकलने दिया। पुलिस के घेरे में पूर्व मंत्री ने एसडीएम सदर को ज्ञापन दिया। दूसरी तरफ कांग्रेसियों ने वीर विनय चौराहा पर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने और पिता-पुत्र दोनों पर किसानों की हत्या का मुकदमा दर्ज करने समेत तीन सूत्री ज्ञापन एसडीएम एके गौड़ को सौंपा।

बाराबंकी की सीमा पर नाकेबंदी कर पुलिस सतर्क, फोर्स लखीमपुर रवाना

बाराबंकी : लखीमपुर प्रकरण को लेकर जिले की पुलिस भी अलर्ट मोड में है। जिले की सभी सीमाओं पर पुलिस का कड़ा पहरा लगाया है। बस अड्डा व रेलवे स्टेशन पर लगातार चेकिंग की जा रही है, ताकि लखीमपुर की ओर किसी का मूवमेंट न होने पाए। वहीं टोल प्लाजा पर भी वाहनों की सघन चेकिंग की गई। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद सहित पूरे जिले पुलिस ने अपने क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया। लखीमपुर कांड के बाद सुरक्षा के दृष्टिगत जिले से भी पुलिस बल रवाना किया गया है। इसमें उन पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर भेजा गया है जो भीड़ व हिंसा को संभालने में माहिर हों। जिले से जैदपुर कोतवाल धर्मेंद्र सिंह रघुवंशी और घुंघटेर कोतवाल पंकज कुमार सिंह सहित पुलिस लाइंस से 25 पुलिसकर्मियों को रविवार रात लखीमपुर डयूटी पर रवाना कर दिया गया है। रात से ही सीमा पर बैरीकेडिंग कर जिले की सीमाओं पर पहरा लगा दिया गया। टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी गई। सोमवार सुबह पुलिस अधीक्षक पुलिस बल के साथ शहर में फ्लैग मार्च किया और जिले के सभी थानों में मार्च हुआ।

गोंडा में लखीमपुर कांड को लेकर उबाल, राजनैतिक दलों ने किया प्रदर्शन

गोंडा: लखीमपुर कांड को लेकर सोमवार को जिले में राजनैतिक दलों का गुस्सा सड़क पर दिखा। सपा व कांग्रेस के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन कर सरकार को बर्खास्त करने व मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की गई। भारतीय किसान यूनियन व परसपुर विकास मंच ने भी अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है। कई नेताओं को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया था।सोमवार की सुबह से ही सपा कार्यालय पर पार्टी नेता पहुंचने लगे। दोपहर में जिलाध्यक्ष आनंद स्वरूप यादव, सूरज सिंह, मसूद आलम खां, राम विशुन आजाद, शैलेंद्र सिंह विसेन, राजेश दीक्षित ने समर्थकों के साथ जुलूस निकाला। सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने गुरुनानक चौक पर सभा की। बाद में कलेक्ट्रेट की तरफ कूच कर दिया। जलकल गेट पर पुलिस ने रोक लिया। यहां पर मांगों से संबंधित ज्ञापन एसडीएम महेंद्र कुमार को दिया गया।

हरदोई में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की गिरफ्तारी के विरोध में सपाइयों ने किया प्रदर्शन

हरदोई: लखीमपुर कांड को लेकर रविवार को जिले में भी सरगर्मियां तेज रहीं। सपाइयों ने तो जोरदार ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। पीड़ितों से मिलने जा रहे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गिरफ्तारी और किसानों की हत्या के विरोध में कार्यकर्ता सोमवार सुबह नुमाइश चौराहा पहुंचे और प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया। पुलिस के समझाने पर कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। साथ ही राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा जीतू पटेल ने आरोप लगाया कि लखीमपुर में भाजपा के गुंडों द्वारा वाहन से कुचल कर किसानों की हत्या कर दी गई है। पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे सपा मुखिया अखिलेश यादव को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। सपा की मांग है कि मृतक किसानों के परिजनों को दो-दो करोड़ रुपये मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री व प्रदेश के उपमुख्यमंत्री से इस्तीफा लिया जाए। प्रदेश सरकार को बर्खास्त किया जाए। 

श्रावस्ती में लखीमपुर कांड के विरोध में सड़क पर उतरे विभिन्न संगठन

श्रावस्ती : लखीमपुर कांड के विरोध में सोमवार को विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। मामले के दोषी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र व प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बर्खास्त करने समेत अन्य मांगों लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में लखीमपुर की घटना के विरोध में धरना देकर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष राम स्वरूप वर्मा ने कहा कि घटना में शामिल लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें तुरंत जेल भेजा जाए। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद से देश के किसानों में भय का माहौल है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने मृत हुए किसानों के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी जाए। घायलों को भी मुआवजा दिया जाए

अमेठी में किसानों ने भरी हुंकार

अमेठी : लखीमपुर की घटना ने देश व प्रदेश के लोगों को झकझोर दिया है। घटना के बाद हर वर्ग सरकार की निंदा करते हुए आरोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की। सोमवार को राजनैतिक दल के लोग सड़कों पर उतर कर भाजपा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। उसके बाद राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।समाजवादी पार्टी अध्यक्ष राम उदित यादव की अगुवाई में सपाइयों ने पार्टी कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाल कर भाजपा सरकार का जमकर विरोध किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की जनता किसानों के साथ है। लखीमपुर में जो घटना हुई है। उसका पार्टी निंदा करती है। वहीं लखीमपुर में मारे गए किसानों को सांत्वना देने जा रहे सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को गिरफ्तार कर आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष को तत्काल रिहा करते हुए मृतक किसानों के परिवारजन को दो लाख रुपये व सरकारी नौकरी दी जाए। गृह राज्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री इस्तीफा दें। इसके साथ ही आरोपितों के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए। इस मौके पर सपा कोषाध्यक्ष जैनुल हसन, गिरीश यादव, शमशान खान जायसी, कौशलेंद्र प्रताप सिंह, मनीराम वर्मा, विमलेश मौजूद रही।

अंबेडकरनगर में लखीमपुर की घटना से किसानों और दलों में शहर से गांव तक उबाल

अंबेडकरनगर: लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर जिला मुख्यालय से तहसीलों तक किसानों व राजनीतिक दलों में उबाल दिखा। धरना, विरोध प्रदर्शन व गिरफ्तारी देते हुए राष्ट्रपति व राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन भेजा। उग्र प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए चौकन्ना पुलिस का जिलेभर में पहरा लगा रहा। नाकेबंदी और रोकटोक के चलते पुलिस से नोकझोंक के बाद सपाइयों ने गिरफ्तारी दी। हालांकि कहीं अप्रिय घटना नहीं हुई। सरकार एवं मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर राजनीतिक दलों और किसान यूनियन ने दोषियों पर कार्रवाई तथा मृतकों के परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की।भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक गुट के जिलाध्यक्ष विनय कुमार वर्मा के नेतृत्व में किसानों ने धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। घटना में दिवंगत हुए किसानों के आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपये व घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की मांग की। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी देने की मांग हुई। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करने, इसमें लिप्त लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के अलावा सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच कराने की मांग हुई।


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