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झांसी में पुष्पेंंद्र यादव एनकाउंटर में राजनीति तेज, अखिलेश से पहले शिवपाल के पुत्र जाएंगे घर

पुष्पेंद्र सिंह यादव के एनकांउटर को विपक्षी दल के नेताओं में झांसी में पुष्पेंद्र यादव के घर पहुंचने की होड़ लग गई।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 08 Oct 2019 11:14 AM (IST)Updated: Tue, 08 Oct 2019 11:14 AM (IST)
झांसी में पुष्पेंंद्र यादव एनकाउंटर में राजनीति तेज, अखिलेश से पहले शिवपाल के पुत्र जाएंगे घर
झांसी में पुष्पेंंद्र यादव एनकाउंटर में राजनीति तेज, अखिलेश से पहले शिवपाल के पुत्र जाएंगे घर

लखनऊ, जेएनएन। झांसी में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र को लेकर राजनीति काफी तेज हो गई है। अब राजनीतिक दल के नेताओं में झांसी पहले पहुंचने की होड़ लग गई है जबकि झांसी में पुष्पेंद्र के परिवार के लोग इस मामले की सीबीआई जांच की मांग पर अड़े हैं। यह लोग बिना सीबीआई आदेश के पुष्पेंद्र यादव के शव की अंत्येष्टि करने को ही राजी नहीं है। पुलिस शव को झांसी लेकर आ गई है।

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पुष्पेंद्र सिंह यादव के एनकांउटर को विपक्षी दल के नेताओं में झांसी में पुष्पेंद्र यादव के घर पहुंचने की होड़ लग गई। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का यहां नौ को पहुंचने का कार्यक्रम है। इससे पहले ही शिवपाल सिंह यादव से पुत्र तथा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव झांसी पहुंच जाएंगे। आदित्य यादव आज यानी मंगलवार को ही पुष्पेंद्र यादव के घर पर जाकर पीडि़त परिजनों से मुलाकात करेंगे। अखिलेश यादव का नौ अक्टूबर को मृत पुष्पेंद्र यादव के घर पर जाकर पीडि़त परिजनों से मुलाकात करने वाले हैं। पुष्पेन्द्र काण्ड के विरोध में कांग्रेस, बसपा और आप भी उठ खड़ी हुई है। सभी ने एक सुर में इस मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग की है।

झांसी में 6 अक्टूबर के तड़के चार बजे पुष्पेंद्र यादव नाम के युवक के एनकाउंटर से प्रदेश में काफी हंगामा मचा है। पुलिस-प्रशासन के लिए पुष्पेन्द्र यादव का कथित एनकाउंटर गले की फांस बन गया है। उसके परिवार के लोग हत्या का मुकदमा दर्ज करने पर अड़े हैं। वह लोग पुष्पेंद्र का शव लेने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि शव सड़ता है तो सडऩे दो, पर आरोपियों के ऊपर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। उधर कल देर रात झांसी पुलिस प्रशासन थोड़ी सख्ती दिखाते हुए मृतक पुष्पेंद्र यादव का अंतिम संस्कार करने की कोशिश की तो उनको ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इसके बाद प्रशासन बैकफुट पर आ गया।

यह है प्रकरण

झांसी के थाना मोंठ के बमरौली तिराहा पर पांच अक्टूबर रात मोंठ इन्स्पेक्टर पर बाइक सवार युवकों ने हमला बोल दिया था। आरोपी कार व मोबाइल लूट कर ले गए थे। इन्स्पेक्टर पर हमला और उनकी कार लूटने पर कई थानों की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गयी थी। इसके बाद देर रात आरोपी गुरसराँय के ग्राम फरीदा के पास मिल गए। पुलिस ने ललकारा, तो उन्होंने फायर कर दिया, जिस पर पुलिस ने भी फायरिंग की, जिससे एक आरोपी गोली लगने से घायल हो गया, जिसकी बाद में मौत हो गयी। इसमें दो आरोपी अँधेरे का लाभ उठाकर भाग गए। थाना मोंठ में प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह चौहान ने रिपोर्ट दर्ज करायी कि वह 5 सितम्बर की रात करीब 9.15 बजे अपनी प्राइवेट कार (यूपी 78 एफक्यू 5678) से हमराही सिपाही सौरभ सिंह के साथ सुरागरसी के लिए निकले थे। जैसे ही बमरौली बाइपास तिराहा पर पहुँचे, तो वहाँ पर बाइक सवार विपिन पुत्र कैलाश, पुष्पेन्द्र पुत्र हरिश्चन्द्र निवासी ग्राम करगुवाँ खुर्द, एरच व रविन्द्र खड़े थे। विपिन ने पुष्पेन्द्र को ललकारते हुए कहा कि इसी इन्स्पेक्टर ने हमारा ट्रक बन्द कर दिया था। आरोप लगाया कि पुष्पेन्द्र ने 315 बोर के कट्टे से फायर कर दिया और गोली कनपटी से छिलती हुई चली गयी। विपिन और रविन्द्र ने भी फायर किया, जिस पर वह जान बचाने के लिए गाड़ी से उतर नीचे झाडिय़ों में भागे, तभी आरोपी कार और उसके अन्दर रखा मोबाइल फोन लूटकर भाग गए। इन्स्पेक्टर पर हमला और लूट की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. ओपी सिंह के निर्देश पर एरच थाना प्रभारी सभाजीत मिश्र, स्वॉट टीम प्रभारी जितेन्द्र सिंह तक्खर, सर्वेलन्स प्रभारी विजय कुमार पाण्डेय, गुरसराँय थाना प्रभारी लोकेन्द्र त्रिपाठी फोर्स के साथ पहुँचे। कॉम्बिंग करते हुए रात करीब एक बजे ग्राम खडैऩी पहुँचे और इसके बाद गुरसराँय के ग्राम फरीदा में सूचना मिली कि बदमाश लूटे गए वाहन के साथ आलमपुरा रोड की तरफ भागे हैं। पुलिस वहाँ पहुँची, तो आरोपी कार लेकर जा रहे थे। पुलिस को देखते ही चिल्लाने लगे कि रास्ता छोड़ दें, नहीं तो गोली मार देंगे। पुलिस ने ललकारा, तो आरोपियों ने फायर कर दिए, जिस पर पुलिस ने आत्मरक्षा करते हुए आरोपियों पर फायर किए। पुलिस की तरफ से तीन गोली चलीं, जिसके बाद दूसरी तरफ से गोलियाँ चलनी बन्द हो गयीं। पुलिस ने जाकर देखा, तो एक आरोपी को गोली लगी थी, जो कार की स्टीयरिंग के पास घायल पड़ा था। दो आरोपी अँधेरा का लाभ उठाकर भाग गए। घायल को गुरसराँय के अस्पताल ले जाया गया। पुष्पेन्द्र की गोली लगने से उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने तीनों आरोपियों के विरुद्ध सम्बन्धित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।

4 माह पहले हुई थी मृतक की शादी

मृतक पुष्पेन्द्र यादव के बारे में बताया गया कि उसके पिता को दिखाई नहीं देता है। पुष्पेन्द्र का बड़ा भाई रविन्द्र सीआइएसएफ दिल्ली में जवान है। पुष्पेन्द्र के पास दो ट्रक हैं, जिनको वह चलवाता था। चार माह पहले ही पुष्पेन्द्र की शादी जनपद जालौन के ग्राम पिपरी गाँव में हुई थी। 29 सितम्बर को पुलिस ने उसका बालू से भरा ट्रक पकड़ लिया था। इसको लेकर उसकी इन्स्पेक्टर से बात चल रही थी।

मैजिस्टीरियल जाँच के आदेश

जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने एनकाउण्टर मामले की मैजिस्टीरियल जाँच के आदेश कर दिए हैं। इसका जांच अधिकारी अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) बी. प्रसाद को नियुक्त किया गया है। 


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