लखनऊ में बसपा मुखिया मायावती से मिले तेजस्वी, बढ़ी सियासी हलचल
मायावती ने लालू यादव के खिलाफ द्वेष भावना से कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि देश से सांप्रदायिक ताकतों को खत्म करने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को एक होना होगा।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से देश में सियासी हलचल बढ़ गई है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कल रात लखनऊ में इसको और बढ़ा दिया।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कल देर रात बसपा प्रमुख मायावती से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दो घंटे की मुलाकात के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए दोनों नेताओं ने एक दूसरे को सराहा। मायावती ने लालू यादव के खिलाफ द्वेष भावना से कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि देश से सांप्रदायिक ताकतों को खत्म करने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को एक होना होगा।
मायावती ने कहा कि लालू यादव के परिवार का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही बिहार में गठबंधन के सवाल पर कहा कि इसके बारे में आगे सोचा जाएगा। तेजस्वी ने बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात की। उन्होंने मायावती के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके अलावा तेजस्वी नेसपा-बसपा गठबंधन पर अपनी खुशी जताई और कहा कि यूपी में भाजपा अब एक भी सीट नहीं जीत पाएगी। आरजेडी नेता तेजस्वी ने कहा कि अब यूपी और बिहार से भाजपा का सफाया होगा। हम यही चाहते हैं कि मायावती से हमें मार्गदर्शन मिले। हमें सीखने का मौका मिलता है।
राजद नेता तेजस्वी ने बसपा प्रमुख को आदर्श बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले सपा-बसपा के गठबंधन से देश की राजनीति को एक नई राह मिलेगी। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा केंद्र सरकार देश को बाबा साहब के संविधान के बजाए नागपुरिया संविधान से चलाना चाहती है।
Extended warm Birthday greetings in advance to the person who deserves honor because of everything she has achieved in life.
Elders teaches us a ton when we grow up under their guidance. I wish many more years ahead, happiness & success to Honourable Mayawati Ji. Happy Birthday! pic.twitter.com/yNI4afTvF0 — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 14, 2019
गठबंधन पर खुशी जताते हुए तेजस्वी ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने जिस महागठबंधन की कल्पना की थी, वह उप्र में अब साकार हो गया है। गठबंधन के जरिये भाजपा के सफाये की नींव रखी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि बिहार और उप्र में एक भी सीट भाजपा नहीं जीत सकेगी। यूपी व बिहार के बिना दिल्ली में भाजपा को सरकार बनाना संभव नहीं होगा।
निकाले जा रहे निहितार्थ
तेजस्वी के दो दिवसीय लखनऊ दौरे के निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। इसे से उत्तर प्रदेश के बाहर भी सियासी गठजोड़ की संभावनाएं तलाशने के नजरिये से देखा जा रहा है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि राजद उत्तर प्रदेश में दो सीटों पर चुनाव लडऩा चाहता है। इसी सिलसिले में तेजस्वी गठबंधन के दोनों दलों के प्रमुखों से मिलने आए हैं। यह भी कहा जा रहा है कि तेजस्वी लोकसभा चुनाव में मायावती को बिहार की गोपालगंज सीट देने का ऑफर भी दे सकते हैं।
अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते।तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता अगर लालू जी का DNA बदल जाता। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 26, 2017
लंच पर आज अखिलेश से मिलेंगे तेजस्वी
तेजस्वी यादव आज समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से लंच पर मुलाकात करेंगे। तेजस्वी यादव आज अपने करीबी रिश्तेदार के साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात करेंगे।