कैशियर हत्याकांड: मुख्यमंत्री का अल्टीमेटम भी पूरा, नहीं पकड़े गए हत्यारे
राजधानी सहित अमेठी ओर कन्नौज लूटकांड में पुलिस अब तक खाली हाथ , टस से मस न हो पाई तफ्तीश।
लखनऊ(जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अल्टीमेटम के बाद 24 घंटे में राजधानी पुलिस हत्या व लूट की वारदात में बदमाशों का कोई ठोस सुराग नहीं लगा सकी है। हालांकि अमेठी पुलिस ने लूटकांड में दो संदिग्धों को पकड़ा है और जल्द घटना के खुलासे का दावा किया जा रहा है। दूसरी ओर कन्नौज पुलिस भी लूटकांड में कोई उल्लेखनीय सफलता हासिल नहीं कर सकी है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री सख्त कार्रवाई कर सकते हैं।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि अमेठी पुलिस ने दो संदिग्ध बदमाशों को पकड़ा है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। कन्नौज में सरांयमीर चौकी प्रभारी अरिमर्दन सिंह को लाइन हाजिर किया गया है। लखनऊ, अमेठी व कन्नौज पुलिस से आख्या तलब की गई है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को लखनऊ में कैशियर की हत्या कर 10 लाख की लूट की वारदात के अलावा अमेठी में बाइक सवार तीन बदमाशों ने पेट्रोल पंप के सेल्समैन को गोली मारकर 4.29 लाख रुपये तथा कन्नौज में तीन बदमाशों ने एआरटीओ लिपिक को गोली मारकर 2.81 लाख रुपये लूट लिये थे।
एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी के मुताबिक पुलिस टीमें अलग-अलग बिंदुओं पर छानबीन में जुटी हैं। सीसी कैमरे में कैद हुए संदिग्ध बाइक सवारों की तस्वीर आसपास के जिलों में भी भेजी गई है। गैस एजेंसी के कर्मचारियों से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। माना जा रहा है कि दोनों संदिग्धों का चेहरा ढका होने के कारण उनकी शिनाख्त में समस्या आ रही है। वारदात के तीन दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस टीमें सीसी कैमरों के भरोसे है।
हालांकि एसटीएफ के अधिकारी भी महज हवा में तीर चला रहे हैं और पुराने बदमाशों की लोकेशन खंगालने में जुटे हैं। पुलिस टीमें बाराबंकी के एक गैंग पर शक जाहिर कर उनके बारे में जानकारी जुटा रही है। सूत्रों के मुताबिक बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई एवं लखीमपुर समेत अन्य जिलों में पुलिस टीम संदिग्धों के यहां दबिश दे रही है।
अभी तक नहीं आया एक भी फोन
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बदमाशों के बारे में सूचना देने वाले व्यक्ति को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा की है। एसएसपी ने सीओ अलीगंज व सीओ क्राइम दीपक कुमार सिंह के सीयूजी नंबर 9454401494 पर फोन कर सूचना देने का कहा है। हालांकि दो दिन बीत जाने के बावजूद अब तक सीओ के पास एक भी व्यक्ति का फोन नहीं आया है। उन्होंने कहा कि हमें काफी अहम सुराग हाथ लगे हैं और जल्द ही खुलासे की उम्मीद है।
मुखबिर तंत्र फेल
पुलिस अधिकांश मामलों में सीसी कैमरे और सर्विलांस के सहारे रहती है। जिन घटनाओं में पुलिस को फुटेज नहीं मिलती, उनका राजफाश चुनौती साबित होता है।