After CAA Protest: कैफी अकादमी में रची गई थी हिंसा की साजिश, पुलिस ने की पड़ताल Lucknow News
लखनऊ में पुलिस की पड़ताल की दिशा बढ़ी कैफी अकादमी में दलों ने बनाई थी सीएए प्रदर्शन में हिंसा की साजिश।
लखनऊ [ज्ञान बिहारी मिश्र]। राजधानी को हिंसा की आग में झोंकने के पीछे की कहानी परत दर परत सामने आ रही है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि आठ दिसंबर को कैफी अकादमी में विभिन्न संगठनों ने परिवर्तन चौक पर प्रदर्शन की तैयारी को लेकर बैठक की थी। बैठक में ही हिंसा की साजिश रची गई और लोगों को एकत्र करने की योजना बनी थी।
सर्विलांस के जरिए पड़ताल में चौकाने वाली बात सामने आई है। पुलिस को कुछ ऐसे तथ्य मिले हैं, जिसमें इस बात की पुष्टि हुई है कि हिंसा भड़काने के लिए कश्मीर से पत्थरबाजों को बुलाया गया था। तकरीबन 60 से 70 युवक बुधवार को राजधानी में आ गए थे, जिन्हें अलग-अलग लॉज, होटलों व अन्य स्थानों पर ठहराया गया था। इनके रुकने की व्यवस्था शिया पीजी कॉलेज के प्रोफेसर रॉबिन वर्मा व उसके साथियों ने की थी। रिहाई मंच के कार्यकर्ता रॉबिन को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की तो कई बातें सामने आ गईं। छानबीन में सामने आया है कि बाहर से बुलाए गए उपद्रवियों को अलग-अलग इलाकों में ठहराने के साथ ही सुनियोजित ढंग से हिंसा फैलाने के लिए कहा गया था। उपद्रव के बाद बाहर से आए युवक भाग निकले। यही वजह है कि इनकी शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया पर उपद्रवियों की फोटो वायरल की जा रही है।
पत्र जारी कर लिखा, विरोध में अलग-अलग प्रयास बहुत जरूरी: इस प रे प्रकरण में शामिल पर्दे के पीछे छिपे लोगों की ओर से एक पत्र लिखा गया था, जिसे उन्होंने विभिन्न संगठनों व लोगों को भेजा था। सोशल मीडिया पर भी कुछ खास ग्रुपों में इसे वायरल किया गया था। लिखा गया था कि एनआरसी के विरोध में अलग अलग प्रयास हो रहे हैं, जो कि बहुत ही जरूरी है। जरूरत है कि बहुत सारे संयुक्त मंच बने, जो अलग-अलग प्रदेशों में स्थानीय स्तर तक विरोध करे। आठ दिसंबर को बैठक के बाद आंबेडकर प्रतिमा पर सभी लोग 16 दिसंबर को एकत्र हुए थे और गुरुवार को होने वाले प्रदर्शन की तैयारी पर चर्चा की थी। इन दोनों बैठकों में शामिल कई उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है।
सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट, छात्र निष्कासित
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज पोस्ट करने पर बीए के छात्र को निष्कासित कर दिया है। कुलपति प्रो. मारूफ मिर्जा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए यह कार्रवाई की है। बता दें कि उर्दू विवि के बीए तृतीय वर्ष के छात्र अहमद रजा खान ने सीएए के विरोध में सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज पोस्ट किया था। मामला संज्ञान में आने के बाद कुलपति ने तत्काल प्रभाव से आरोपित छात्र का विवि में प्रवेश वर्जित कर दिया था। आरोपित छात्र पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मड़ियांव थाने में मामला दर्ज कराया गया है।