मोदी सरकार-चार सालः हिटलर की तरह कार्य-व्यवहार कर रहे पीएम नरेंद्र मोदी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर से की। उन्होंने कहा कि हिटलर की तरह ही मोदी कार्य व व्यवहार कर रहे हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर से की। उन्होंने कहा कि हिटलर की तरह ही मोदी कार्य व व्यवहार कर रहे हैं। जिस प्रकार हिटलर मेरा संघर्ष... मैंने यह किया...मैंने वह किया... आदि कहते थे उसी प्रकार मोदी मेरी सरकार... मेरा काम...मेरा संघर्ष...आदि कहते रहते हैं। हिटलर भी कहा करते थे गुड टाइम विल कम। इसी प्रकार नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिन आएंगे का नारा दिया।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर मीडिया से मुखातिब राज बब्बर ने शनिवार को केंद्र सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर कहा कि मोदी सरकार ने जनता के साथ विश्वासघात किया है। इसलिए कांग्रेस विश्वासघात दिवस मना रही है। अच्छे दिन आने का वादा करने वाली सरकार ने चार साल में जनता के बद्तर दिन ला दिए। पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। हमने केंद्र सरकार से चार साल का हिसाब पूछा तो हमारे ऊपर लाठीचार्ज कराकर गिरफ्तार करा दिया गया। केंद्र सरकार ने इन चार साल में देश को 40 साल पीछे कर दिया है। आज जिस डिजिटल क्रांति की चर्चा होती है वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की देन है। राज बब्बर ने कहा कि अब तो मोदी के मन की बात में डर का अहसास दिखने लगा है। अब मोदी फिटनेस का चैलेंज दे रहे हैं। फिटनेस तो तब होती है जब जेब में पैसा होता है। इस मौके पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार की चार वर्ष की विफलताओं का एक बुकलेट विश्वासघात भी जारी किया।
पाक से चीनी आयात कर मिल बंद करने की साजिश : लल्लू
कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पाकिस्तान से चीनी आयात कर देश की चीनी मिलों को बंद करने की साजिश रची जा रही है। गन्ना किसानों का 13 हजार करोड़ रुपये का बकाया है। स्थिति यह है गन्ने का सर्वे भी बंद हो गया है। वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर का बीम गिरने की घटना में पीडि़त परिवारों से भी मिलने प्रधानमंत्री मोदी नहीं आए।
कांग्रेस के किसी भी कार्यकाल से कर लें तुलना : दीपक
विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी किसी भी कांग्रेसी प्रधानमंत्री के कार्यकाल से अपनी तुलना कर लें। सभी से वह अपने आपको पीछे पाएंगे। चार साल में केंद्र सरकार ने केवल झूठ बोलने व जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं किया। एक भी योजना धरातल पर नहीं उतरी।