गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे 37 किमी के क्षेत्र के कायाकल्प की योजना तैयार, शासन की झंडी का इंतजार
गाजियाबाद में यह परियोजना यमुना नदी में हिंडन एयरबेस के पास पारूख नगर रोड क्रासिंग से शुरू होने वाले 37 किलोमीटर के अंतिम खंड के लिए बनी है।
लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश में नदियों के कायाकल्प को लेकर प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। गंगा, यमुना के साथ ही अन्य नदियों की पीपीपी मॉडल पर भी कायाकल्प की योजना तैयार है। इसी क्रम में भी गाजियाबाद की हिंडन नदी के एक हिस्से के कायाकल्प के लिए टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने परियोजना तैयार की है।
गाजियाबाद में यह परियोजना यमुना नदी में हिंडन एयरबेस के पास पारूख नगर रोड क्रासिंग से शुरू होने वाले 37 किलोमीटर के अंतिम खंड के लिए बनी है। इसमें सभी बड़े व छोटे नालों को अवरोधन एवं डायवर्जन प्रणाली के साथ रोककर जल प्रदूषण दूर किया जाएगा। इसके साथ ही साथ एकत्र किए गए अपशिष्ट जल का भी उपचार किया जाएगा।
टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के अधिकारियों ने नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन व अफसरों के समक्ष इस परियोजना का प्रजेंटेशन दिया। हालांकि शासन स्तर से अभी टाटा के इस प्रस्ताव पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। यहां पर टाटा ने हिंडन नदी के कायाकल्प परियोजना को जयपुर की द्रव्यवती नदी की तर्ज पर तैयार किया है।
टाटा ने फिलहाल इसके एक छोटे से हिस्से को लेकर परियोजना तैयार की है। इसमें चैनल प्रोफाइलिंग के साथ ही नदी की प्रवाह क्षमता को बढ़ाने के लिए उसके दोनों किनारे मजबूत किए जाएंगे। नदी के किनारे पैदल चलने वालों के लिए वॉक-वे, साइकिल टै्रक, पेड़-पौधे, लैंडस्केप एरिया, बैठने के लिए बेंच के साथ ही नदी के किनारे हरे-भरे पार्क विकसित किए जाएंगे। नदी के दोनों छोर को खूबसूरत बनाने के लिए भी कई काम होने हैं।
प्रस्ताव में कहा गया है कि यदि नदी के किनारों पर भूमि उपलब्ध हुई तो यहां दो पहिया वाहन के लिए गलियारा भी बनाया जाएगा। टाटा प्रोजेक्ट ने गाजियाबाद व नोएडा नदी क्षेत्र में व्यापक ठोस अपशिष्ट और सीवेज के भी प्रबंधन का प्रस्ताव दिया है।
इस बारे में नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि टाटा प्रोजेक्ट ने गाजियाबाद में हिंडन नदी के एक हिस्से के कायाकल्प की अवधारणा दी है। इस परियोजना में कितना पैसा लगेगा यह भी टाटा वालों ने नहीं बताया है। अभी इस पर शासन स्तर से कोई निर्णय नहीं हुआ है।