Girdhari Encounter: कुख्यात अपराधी गिरधारी के एनकाउंटर पर उठे सवाल, पुलिसकर्मियों पर हत्या कर मुठभेड़ की शक्ल देने का आरोप
Girdhari Encounter Update कुख्यात आरोपित गिरधारी विश्वकर्मा की एनकाउंटर में हुई मौत मामले में डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन व प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह व अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमे की अर्जी दाखिल। पुलिसकर्मियों पर गिरधारी की हत्या का आरोप 23 फरवरी को सुनवाई।
लखनऊ, जेएनएन। Girdhari Encounter Update: राजधानी के बहुचर्चित कुख्यात अपराधी गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ कन्हैया उर्फ डॉक्टर के एनकाउंटर में हुई मौत मामले में सोमवार को नया मोड़ आया है। दरअसल, एनकाउंटर को लेकर अदालत में डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन व प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह व अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमे की अर्जी दाखिल की गई। यह अर्जी आजमगढ़ के वकील सर्वजीत यादव की ओर से वकील आदेश सिंह व प्रांशु अग्रवाल ने दाखिल की है।
हत्या कर दी मुठभेड़ की शक्ल : अर्जी में पुलिसकर्मियों पर गिरधारी की हत्या का आरोप लगाया गया है। यह भी कहा गया है कि हत्या के जुर्म से बचने के लिए कुछ मिथ्या लेखन कर सरकारी दस्तावेज तैयार किए गए हैं। लिहाजा इनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया जाए। सीजेएम सुशील कुमारी ने फिलहाल इस अर्जी पर थाना विभूतिखंड से रिपोर्ट तलब करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 23 फरवरी को होगी।
2001 से अपराध जगत में था सक्रिय: वाराणसी के चोलापुर थाने के लखनपुर का मूल निवासी गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ कन्हैया उर्फ डॉक्टर वर्ष 2001 से अपराध जगत में सक्रिय है। वर्ष 2001 में गिरधारी के खिलाफ लूट का पहला मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद रंगदारी, लूट और हत्या जैसी गंभीर किस्म की आपराधिक घटनाओं को लेकर चोलापुर थाने के इसके ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ।
15 फरवरी को हुआ था एनकाउंटर: बता दें, बीती 15 फरवरी को मऊ के मोहम्मदाबाद गोहाना के पूर्व जेष्ठ प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड का मुख्य शूटर गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। वह तीन दिन की रिमांड पर लखनऊ लाया गया था। पुलिस तड़के तीन बजे हत्याकांड में इस्तेमाल असलहा बरामदगी के लिए शूटर गिरधारी को कार से पुलिस अभिरक्षा में ले जाया जा रहह थी। तभी गोमतीनगर थानाक्षेत्र के खरगापुर रेलवे क्रासिंग के पास पहुंचते ही कार रुकी और गिरधारी ने सिर झटकते हुए दारोगा अख्तर उस्मानी के चेहरे पर प्रहार किया। नाक पर सिर के प्रहार से दारोगा को गंभीर चोट आयी। गिरधारी ने दारोगा अख्तर उस्मानी की पिस्टल छीन ली और भागते हुए फायरिंग शुरू कर दी। इसपर जवाबी फायरिंग में गिरधारी ढेर हुआ।
क्या है अजीत सिंह हत्याकांड? बीती छह जनवरी की रात विभूतिखंड क्षेत्र में कठौता चौराहे के पास मऊ जिले के गोहना के पूर्व जेष्ठ प्रमुख अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह पर शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। अजीत को 25 गोलियां मारी गई थीं। मामले में मोहर सिंह की तहरीर पर आजमगढ़ के कुंटू सिंह, अखंड सिंह, शूटर गिरधारी समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस अब तक मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, मुख्य शूटर गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।