डेंगू से महिला की मौत, लखनऊ में इलाज का सिस्टम हुआ चोक Lucknow News
लखनऊ में बुधवार को डेंगू से एक महिला की हुई मौत। अब तक राजधानी में डेंगू से हुई 11 मौतें।
लखनऊ, जेएनएन। डेंगू का जानलेवा खेल जारी है। शहर में बीमारी से मौतों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था चोक हो चुकी है। मरीज भर्ती के लिए दर-दर भटक रहे हैं। वहीं अफसर खामोश हैं। ऐसे में निजी अस्पताल में वेंटिलेटर पर भर्ती एक और महिला की डेंगू से मौत हो गई है।
फैजुल्लागंज के केशव नगर निवासी कामिनी जावेद (50) को बुखार आ रहा था। परिजन सैय्यद के मुताबिक 19 अक्टूबर को डेंगू की पुष्टि हुई। ऐसे में उनको इंदिरा नगर के शेखर अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां हालत गंभीर होने पर कामिनी को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। रविवार रात उनकी मौत हो गई। उधर, 29 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। शहर में डेंगू मरीजों की संख्या 700 पार कर चुकी है। वहीं अस्पताल में बुखार के मरीजों की भरमार है। केजीएमयू, बलरामपुर, सिविल व लोहिया हॉस्पिटल ब्लॉक की इमरजेंसी, मेडिसिन वार्ड, बाल रोग विभाग में शाम को भर्ती मुश्किल है। मरीजों को बेड फुल होने का हवाला देकर लौटाए जा रहे हैं। मरीज निजी अस्पताल में लुटने को मजबूर हैं।
सीएचसी में इलाज नहीं : लोहिया अस्पताल में बाल रोग के 40 बेड, मेडिसिन वार्ड के 100 बेड, सिविल अस्पताल में 150 बेड मेडिसिन वार्ड, बालरोग के 40 बेड, बलरामपुर अस्पताल में मेडिसिन के 200, इमरजेंसी के 50 व बालरोग वार्ड के 30 बेड हैं। इन वार्डो के अधिकतर बेड शाम को फुल रहे। वहीं शहर में 30-30 बेड की आठ अर्बन सीएचसी हैं। यहां बुखार के मरीजों को इलाज न होने का हवाला देकर लौटा दिया जाता है। इनमें 70 फीसद बेड खाली हैं। अर्बन सीएचसी पर फिजीशयन नहीं हैं।
11 मौतों में सिर्फ तीन कबूलीं : शहर में डेंगू से 11 मौतें हो चुकी हैं। फैजुल्लागंज में छह मौतें हो चुकी हंै। वहीं काफी दिनों बाद सीएमओ कार्यालय ने तीन मौतें ही कबूल की हैं। निजी अस्पताल डेंगू के केस छुपा रहे हैं। करीब 1400 निजी व 800 के पैथोलॉजी सेंटर हैं।
शहर में 29 नए मरीज मिले, सात से अधिक लोगों में अब तक पुष्टि, निजी अस्पतालों में लुटने को मजबूर हो रहे मरीज, सरकारी व्यवस्था बदहाल
सीएमएस में लार्वा, केजीएमयू के जूनियर डॉक्टर में डेंगू की पुष्टि
सीएमएस राजाजीपुरम समेत 37 स्थानों पर डेंगू का लार्वा पाया गया है। ऐसे में इन्हें नोटिस जारी की गई। उधर, केजीएमयू के टीजी हॉस्टल में जूनियर डॉक्टर में डेंगू की पुष्टि हुई है।