Move to Jagran APP

PGI में मरीज ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, सीढ़ियों पर फंदे से लट‍कता मिला शव

लीवर संबधी बीमारी होने के कारण परिवारीजनों ने बुधवार को कराया था भर्ती। लीवर ट्रांसप्लांट विभाग के छठे तल पर जीने की रेलिंग से लटका मिला शव।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 22 Dec 2018 10:18 AM (IST)Updated: Sat, 22 Dec 2018 07:11 PM (IST)
PGI में मरीज ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, सीढ़ियों पर फंदे से लट‍कता मिला शव
PGI में मरीज ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, सीढ़ियों पर फंदे से लट‍कता मिला शव

लखनऊ, जेएनएन। लीवर की बीमारी से परेशान होकर एसजीपीजीआइ जैसे सर्वश्रेष्ठ संस्थान के लीवर ट्रांसप्लांट विभाग में भर्ती नितिन गंगवार (38) ने शुक्रवार तड़के छठे तल पर फांसी लगा ली। जीने की रेलिंग के सहारे दुपïट्टे से नितिन का फंदे पर शव लटका मिला। बीमारी के कारण परिवारीजनों ने बुधवार को उन्हें भर्ती कराया था। परिवारीजनों ने कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

loksabha election banner

इंस्पेक्टर के मुताबिक पीलीभीत सुनगढ़ी थान सिंह निवासी नितिन गंगवार को लीवर संबंधी बीमारी थी। बुधवार को उनकी पत्नी सुसमलता और पिता अशोक ने उन्हें पीजीआइ के लीवर ट्रांसप्लांट विभाग में भर्ती कराया था। शुक्रवार तड़के उनके पिता बाहर बरामदे में सोए थे, जबकि पत्नी सुसमलता वार्ड में नितिन के साथ थी। करीब तीन बजे सुस्मलता को झपकी आ गयी। कुछ देर बाद उनकी आंख खुली तो पति को बेड से नदारद देख वह अवाक रह गई। ड्रिप स्टैंड पर लटकी थी। वह वार्ड ड्यूटी पर मौजूद सिस्टर के पास पहुंची और पति के बारे में पूछताछ की। सिस्टर ने जानकारी से अनभिज्ञता जताई। इसके बाद अन्य लोगों से पूछा, तो उन्होंने भी जानकारी से इंकार किया। पेशेंट के बेड से गायब होने की सूचना से संस्थान में हड़कंप मच गया। सिक्योरिटी गार्ड बुलाए गए।

सुस्मलता, गार्ड के साथ ऊपर के तलों में पति की खोजबीन करते पहुंची। छठे तल पर जीने की रेलिंग से दुपट्टे के सहारे नितिन का शव फंदे पर लटका देख सुस्मलता की चीख निकल पड़ी। पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस और कर्मचारियों ने मिलकर फंदे से शव को उतारा।

सुसमलता ने बताया कि चार साल पहले पति को अल्सर हो गया था। उनका पीजीआइ में ही ऑपरेशन हुआ था। धीरे-धीरे पति की हालत में सुधार हो गया। तीन माह से फिर उन्हें कुछ दिक्कतें हुई। इसके बाद उन्हें पीलीभीत स्थित कई अस्पतालों में दिखाया गया। हालात में सुधार न होने पर उन्हें फिर पीजीआइ में भर्ती कराया गया था। पति बीमारी को लेकर बहुत परेशान चल रहे थे। सुस्मलता ने संस्थान के कर्मचारियों और ड्यूटी पर तैनात नर्स पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है।

वहीं, पीजीआइ के वरिष्ठ जन संपर्क अधिकारी आसुतोष सोती ने बताया कि नितिन गैस्ट्रो सर्जरी के लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट में प्रोफेसर राजन सक्सेना की देखरेख में भर्ती थे । अल्सर के साथ पेट में कैंसर, एनीमिया समेत उन्हें कई अन्य दिक्कतें थी, जिसके कारण शायद डिप्रेशन में भी थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.