यात्रीगण ध्यान दें, चुनावी दौर में स्वयं करनी होगी अपनी सुरक्षा
ट्रेन में सुरक्षा के लिए तैनात किए गए जीआरपी की चुनाव तक ट्रेनों में डयूटी नहीं करेंगे केवल 30 फीसद जीआरपी से काम चलाना पड़ेगा।
लखनऊ, [निशांत यादव]। ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को सुरक्षा मुहैया कराने वाली जीआरपी अगले कुछ दिनों तक चुनाव ड्यूटी में भी अहम जिम्मा निभाएगी। ऐसे में यात्रियों को एस्कॉर्ट के बिना सफर करते समय अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहना होगा।
लोकसभा चुनाव में ड्यूटी के लिए छह अप्रैल से जीआरपी के जवानों और उप निरीक्षकों को उनके कार्य से मुक्त कर दिया जाएगा। सात अप्रैल से ये जवान अपनी-अपनी तय लोकेशन पर लोकसभा चुनाव से जुड़ी ड्यूटी पर मुस्तैद हो जाएंगे। यूपी से गुजरने वाली ट्रेनों में जीआरपी के साथ आरपीएफ का एस्कॉर्ट भी चलता है। ऐसे में रेलवे भी अपने आरपीएफ जवानों को चुनाव में ड्यूटी पर भेजेगा। इन दिनों होली के बाद और एक अप्रैल से स्कूल खुलने के कारण ट्रेनों में भीड़ कुछ कम हो जाएगी। इसके बावजूद पंजाब, गुजरात, मुंबई, दिल्ली और बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में अपेक्षाकृत भीड़ अधिक रहेगी।
लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर सहित प्रदेश के बड़े स्टेशनों पर भी यात्रियों की भीड़ अधिक होगी। ऐसे में केवल 30 प्रतिशत जवानों और उप निरीक्षकों को स्टेशनों पर पहले से कहीं अधिक ड्यूटी भी करनी होगी। शातिर चोरों की नजर स्लीपर के साथ एसी क्लास के यात्रियों पर भी होती है। ऐसे में कोच अटेंडेंट और टीटीई को अधिक सावधान रहने के लिए एडीजी जीआरपी संजय सिंघल ने रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा है। एडीजी बताते हैं कि यात्रियों को सजग रहने के लिए जागरूक भी किया जाएगा। सुरक्षा को देखते हुए रेलवे से भी आरपीएफ की मांग की गई है।