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यूपी के शहरों में बेकार पड़ी जमीनों पर बनेंगे पार्क, वेडिंग जोन व पार्किंग, 35 स्मार्ट शहरों में 75 घंटे में बने खूबसूरत व उपयोगी स्‍थान

आजादी का अमृत महोत्सव यानी 75वें वर्ष में न्यू अर्बन इंडिया विषय पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश के 35 स्मार्ट शहरों ने 75 घंटे में ऐसे ही बेकार बड़ी जमीनों को खूबसूरत बनाते हुए जनता के लिए उपयोगी बना दिया।

By Rafiya NazEdited By: Published: Wed, 06 Oct 2021 07:53 AM (IST)Updated: Wed, 06 Oct 2021 12:45 PM (IST)
यूपी के शहरों में बेकार पड़ी जमीनों पर बनेंगे पार्क, वेडिंग जोन व पार्किंग, 35 स्मार्ट शहरों में 75 घंटे में बने खूबसूरत व उपयोगी स्‍थान
यूपी के 35 स्मार्ट शहरों ने 75 घंटे में कबाड़ पड़े स्थानों को जनता के लिए बनाया उपयोगी।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। शहरों में बेकार पड़ी जमीनों जैसे डंपिंग ग्राउंड, बंजर जमीनें, टूटी इमारतें, फ्लाई ओवर के नीचे के खाली स्थानों आदि का इस्तेमाल अब पार्किंग, पार्क, वेंङ्क्षडग जोन, आंगनबाड़ी केंद्र सहित अन्य उपयोग में लाया जाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव यानी 75वें वर्ष में न्यू अर्बन इंडिया विषय पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश के 35 स्मार्ट शहरों ने 75 घंटे में ऐसे ही बेकार बड़ी जमीनों को खूबसूरत बनाते हुए जनता के लिए उपयोगी बना दिया। इन शहरों में उत्तर प्रदेश के वाराणसी और आगरा भी शामिल हैं।

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इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम के तहत स्मार्ट सिटी में कैसे जनता को सुविधाएं दी जाएं विषयक परिचर्चा में कोहिमा, कोयम्बटूर, नागपुर, उदयपुर, श्रीनगर, जम्मू आदि स्मार्ट सिटी के सीईओ ने अपने-अपने शहरों में कराए गए कार्यों के अनुभव साझा किए। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत दिए गए लक्ष्य के तहत वाराणसी, आगरा, अगरतला, आगरा, बंगलुरु, कोयम्बटूर, धर्मशाला, गंगटोक, इम्फाल, इंदौर, जबलपुर, जम्मू सहित 35 शहरों ने 75 घंटें में बेकार पड़ी जमीनों को जनता के उपयोगी बना दिया।

दरअसल, शहरों में विकास कार्यों के लिए सबसे बड़ी समस्या जमीनों की है, साथ ही हर शहर में ऐसी जमीनें भी हैं जो बेकार पड़ी हैं। इन जमीनों को चिह्नित कर उन्हें उपयोगी बनाने का काम भी अब स्मार्ट सिटी में किया जाएगा। ऐसा ही एक प्रयोग आगरा में भगवान टाकीज के पास फ्लाईओवर के नीचे बेकार पड़ी जमीन पर किया गया। इस स्थान को स्मार्ट सिटी के तहत विकसित कराया गया। इसमें पार्किंग, स्ट्रीट वेंङ्क्षडग जोन के साथ ही स्मार्ट शौचालय बनाया गया। वाराणसी में भी बेकार पड़ी जमीनों को चिह्नित कर उन्हें खूबसूरत व जनता के उपयोगी बनाया गया है।

अलीगढ़-रामघाट मार्ग अब कल्याण सिंह के नाम पर: राज्य सरकार ने अलीगढ़ में 44 किलोमीटर लंबे अलीगढ़-रामघाट मार्ग का नामकरण प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के नाम पर कर दिया है। यह सड़क अब कल्याण सिंह मार्ग कहलाएगी। वहीं झांसी के झांसी-कानपुर-लखनऊ-दिल्ली रेल मार्ग पर सीपरी अंडरपास के ऊपर रेल उपरिगामी सेतु का नामकरण डा. विश्वनाथ शर्मा रेल के नाम पर किया गया है। लोक निर्माण विभाग ने इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी है।


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