लखनऊ के 1900 नर्सिंग होम और अस्पतालों में पार्किंग की होगी जांच, नक्शे के अनुसार न होने पर कार्रवाई की तैयारी
LDA राजधानी में पार्किंग छोड़े बिना कराए जा रहे निर्माण पर अब जागा है। जागरण में छप रही खबरों का संज्ञान लेते हुए लविप्रा उपाध्यक्ष ने अवैध निर्माण रोकने के साथ ही पंजीकृत अस्पतालों व नर्सिंग होम में पार्किंग की हकीकत पता करने के आदेश दिए हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) राजधानी में पार्किंग छोड़े बिना कराए जा रहे निर्माण पर अब जागा है। जागरण में छप रही खबरों का संज्ञान लेते हुए लविप्रा उपाध्यक्ष ने अवैध निर्माण रोकने के साथ ही पंजीकृत अस्पतालों व नर्सिंग होम में पार्किंग की हकीकत पता करने के आदेश दिए हैं। लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने मंगलवार को एक बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां पंजीकृत 1900 नर्सिंग होम, अस्पताल और क्लीनिक में नक्शे के मुताबिक पार्किंग छोड़ी गई है या नहीं, और स्वीकृत मानचित्र के हिसाब से निर्माण हुआ है या नहीं, देखने के लिए कहा। इसके अलावा ऐसे वाणिज्यिक भवन, जिनके नक्शे में पार्किंग दिखाई गई, किंतु मौके पर उसका उपयोग हॉल या अन्य रूप में किया जा रहा है, उनके खिलाफ नियमित रूप से कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।
वाट्सएप ग्रुप बनाकर कार्रवाई की जानकारी करते रहें अपडेटः लविप्रा उपाध्यक्ष ने विहित प्राधिकारी और प्रवर्तन के अधिशासी अभियंताओं को आदेश दिया है कि वाट्सएप ग्रुप बनाएं। इसमें कार्रवाई की जानकारी अपडेट करते रहें। वहीं, उन्होंने सभी बिंदुओं को स्पष्ट करते हुए कहा कि सचिव की निगरानी में बनवाए जा रहे साफ्टवेयर को फाइनल कर अगली बैठक में रखा जाए, ताकि इसके मुताबिक अवर अभियंताओं को इसका प्रशिक्षण दिलाया जा सके। लविप्रा उपाध्यक्ष ने सीङ्क्षलग तथा ध्वस्तीकरण की जानकारी फार्मेट में देने की बात कही। फार्मेट में सभी सूचनाएं अगली बैठक में विहित प्राधिकारी और अधिशासी अभियंता के संयुक्त हस्ताक्षर से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। बता दें कि दैनिक जागरण ने शहर में बने अवैध नर्सिंग होम और अस्पतालों के खिलाफ मुहिम छेड़ी थी, जिसके बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बिना पार्किंग के चल रहे नर्सिंग होम के खिलाफ जांच करने के निर्देश दिए हैं। शहर में कई ऐसे नर्सिंग होम और अस्पताल हैं, जिनके पास अपनी पार्किंग नहीं है। इसकी वजह से वहां आने वाले लोगों की गाड़ियां सड़क पर खड़ी की जाती हैं। इससे बेवजह जाम लगता है।