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पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर बिछाया जाएगा OFC का जाल, सैन्य संचार सुविधा होगी मजबूत

रायबरेली आइटीआइ में तैयार होगा ओएफसी केबल। जम्मू-कश्मीर राजस्थान पंजाब बॉर्डर पर करीब 12 हजार किमी में बिछेगा केबल। सैंपल अप्रूव बनाने के काम में आई तेजी जनवरी से शुरू होगी आपूर्ति। करीब पांच सौ करोड़ रुपये का मिला ऑर्डर।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 11:42 PM (IST)Updated: Sun, 06 Dec 2020 05:47 AM (IST)
पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर बिछाया जाएगा OFC का जाल, सैन्य संचार सुविधा होगी मजबूत
रायबरेली आइटीआइ में तैयार होगा ओएफसी केबल। सैंपल अप्रूव, बनाने के काम में आई तेजी, जनवरी से शुरू होगी आपूर्ति।

रायबरेली [अजय सिंह]। सैन्य संचार सुविधाओं को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर ओएफसी (ऑप्टिकल फाइबर केबल) का जाल बिछाया जाएगा। विशेष किस्म का यह केबल रायबरेली आइटीआइ में तैयार होगा। केबल का सैंपल अप्रूव हो गया है, जनवरी 2021 तक इसकी आपूर्ति भी शुरू हो जाएगी। बदहाली के दौर से गुजर रही आइटीआइ को करीब पांच सौ करोड़ रुपये का ऑर्डर मिलने से आर्थिक समृद्धि होगी। 

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यहां इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्री (आइटीआइ) की नींव 1973 में रखी गई थी। 1982 में 6500 कर्मचारियों के साथ पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू हुआ। कालांतर में बजट कम होने से यह इंडस्ट्री बदहाली के भंवर में है। इस बीच सेना की ओर से ओएफसी, इसके ऊपर डाली जाने वाली पाइप (डक्ट) का ऑर्डर मिल गया, जो किसी संजीवनी से कम नहीं है। आइटीआइ के महाप्रबंधक वीबी सिंह ने इसकी पुष्टि की है। बताया कि केबल का सैंपल अप्रूव हो चुका है। साथ ही समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हो गया है। डक्ट बन रहा जबकि केबल बनानेे का काम अगले महीने शुरू हो जाएगा। इसकी मॉनिटि‍रिंग आइटीआइ की नेटवर्क सिस्टम यूनिट (एनएसयू) करेगी। बताया गया कि जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब बॉर्डर पर केबल बिछाने के लिए 12 हजार किमी के लिए केबिल, डक्ट तैयार किया जाएगा। यह केबल सामान्य ओएफसी से अलग होगा, जो सेना के कम्युनिकेशन सिस्टम को बेहतर करने में मददगार होगा।

नए इंजीनियरों की भर्ती

आइटीआइ महाप्रबंधक ने बताया कि सेना को केबल आपूर्ति का काम मिलने के बाद 15 इंजीनियर भर्ती किए गए। इसमें सात इंजीनियरों ने अक्टूबर में ज्वॉइन किया, अन्य जल्द आ जाएंगे। अभी 10 इंजीनियरों की और भर्ती की जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।


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