Ballia Murder Case: बलिया गोलीकांड पर भड़का विपक्ष, कहा- उत्तर प्रदेश में दम तोड़ चुकी है कानून-व्यवस्था
Ballia Murder Case उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में गोलीकांड को लेकर विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर निशाना साधा और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। अपनों पर कड़ी कार्रवाई न करने और संरक्षण देने का आरोप भी लगाया।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में गोलीकांड को लेकर विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर निशाना साधा और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। अपनों पर कड़ी कार्रवाई न करने और संरक्षण देने का आरोप भी लगाया।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट किया कि यूपी में बलिया की हुई घटना अति-चिंताजनक है। अभी भी महिलाओं व बच्चियों पर आए दिन हो रहे उत्पीड़न आदि से यह स्पष्ट हो जाता है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि सरकार इस ओर ध्यान दे तो यह बेहतर होगा।
यू.पी. में बलिया की हुई घटना अति-चिन्ताजनक तथा अभी भी महिलाओं व बच्चियों पर आयेदिन हो रहे उत्पीड़न आदि से यह स्पष्ट हो जाता है कि यहाँ कानून-व्यवस्था काफी दम तोड़ चुकी है। सरकार इस ओर ध्यान दे तो यह बेेहतर होगा। बी.एस.पी. की यह सलाह। — Mayawati (@Mayawati) October 16, 2020
देखें, गाड़ी भी पलटाती है या नहीं : समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर तंज किया। उन्होंने कहा कि बलिया में सत्ताधारी भाजपा के एक नेता के एसडीएम और सीओ के सामने खुलेआम एक युवक की हत्या कर फरार हो जाने से उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का सच सामने आ गया है। अब देखें क्या एनकाउंटरवाली सरकार अपने लोगों का गाड़ी भी पलटाती है या नहीं। नहीं चाहिए भाजपा।
बलिया में सत्ताधारी भाजपा के एक नेता के, एसडीएम और सीओ के सामने खुलेआम, एक युवक की हत्या कर फ़रार हो जाने से उप्र में क़ानून व्यवस्था का सच सामने आ गया है.
अब देखें क्या एनकाउंटरवाली सरकार अपने लोगों की गाड़ी भी पलटाती है या नहीं. #नहीं_चाहिए_भाजपा— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 16, 2020
जनता को सुरक्षा देने में नाकाम : प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा जनता को सुरक्षा देने में नाकाम रही है। सत्ता के सरंक्षण में अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के हौंसले बढ़े है। राष्ट्रीय लोक दल के प्रवक्ता अनिल दुबे का कहना है कि सरकार असमाजिक तत्वों के आगे नतमस्तक हो चुकी है। अपराधी बेलगाम है और प्रशासन मूकदर्शक बना है।