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UP Polytechnic: फार्मेसी संस्थानों में मनमाने प्रवेश की खुली पोल, आठ हजार विद्यार्थी परीक्षा से हो गए वंचित

संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के फार्मेसी में मनमाने प्रवेश पर शिकंजा कसने के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। रविवार से फार्मेसी के प्रथम वर्ष की आनलाइन परीक्षाएं शुरू होने से पहले ऐसे आठ हजार विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने से राेक लगने के साथ इसकी पोल खुल गई।

By Vikas MishraEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 08:37 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 02:02 PM (IST)
UP Polytechnic: फार्मेसी संस्थानों में मनमाने प्रवेश की खुली पोल, आठ हजार विद्यार्थी परीक्षा से हो गए वंचित
लखनऊ समेत सूबे के आठ हजार विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति का इंतजार है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के फार्मेसी में मनमाने प्रवेश पर शिकंजा कसने के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। रविवार से फार्मेसी के प्रथम वर्ष की आनलाइन परीक्षाएं शुरू होने से पहले ऐसे आठ हजार विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने से राेक लगने के साथ ही इसकी पोल खुल गई। एक ओर जहां उनके भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। वहीं संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के अधिकारी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश वाले को ही बैठने की अनुमति देने की बात कह रहे हैं। हालांकि, कुछ विद्यार्थियों को न्यायालय के आदेश पर परिषद ने देर रात सशर्त अनुमति दी है। इसके बावजूद अभी लखनऊ समेत सूबे के आठ हजार विद्यार्थियों को अनुमति का इंतजार है। कुछ विद्यार्थियों ने परिषद कार्यालय के सामने हंगामा भी किया। 

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कोरोना काल में हुआ मनमाना प्रवेशः पिछले वर्ष कोरोना काल के चलते प्रवेश परीक्षा में शामिल करीब आठ हजार विद्यार्थियों के स्थान पर निजी फार्मेसी संस्थानों ने मैनेजमेंट कोटे के नाम पर उनके स्थान पर दूसरे को प्रवेश दे लिया। इस बीच प्राविधिक शिक्षा परिषद ने 18 अगस्त को आनलाइन परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया। इसके बाद फार्मेसी संस्थानों के प्रतिनिधि परीक्षा में शामिल कराने का परिषद में दबाव बनाने में लगे गए। परीक्षा शुरू होने के एक दिन पहले शनिवार की देर शाम तक इन छात्रों के बारे में संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने इनकी परीक्षा को लेकर कोई फैसला नहीं लिया। वहीं प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव सुनील कुमार सोनकर का कहना है कि परीक्षा की मानीटरिंग के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रवेश परीक्षा के आधार पर पंजीकृत 97 हजार विद्यार्थियों की रविवार से आनलाइन परीक्षा होगी।

संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के पास जिन छात्रों का नाम है। उन्हें ही परीक्षा में बैठाया जाएगा। निजी फार्मेसी संस्थानों में प्रवेश कैसे हुआ? इसकी जानकारी संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के तत्कालीन सचिव देंगे। मनमाना प्रवेश लेकर अब परीक्षा की अनुमति देने का दबाव बनाया जा रहा है। नियमों के तहत सही प्रवेश लेने वाले 97 हजार विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई है। जिन विद्यार्थियाें का प्रवेश संदिग्ध पाया गया उनकी परीक्षा रोक दी गई है। -राम रतन, प्रभारी सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद


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