लविवि पेपर लीक प्रकरण: व्यवस्था बनी पेपर लीक का कारण, चार सेट की जगह एक ही सेट बना था पेपर Lucknow News
लखनऊ विश्वविद्यालय में लॉ के थर्ड इयर के पेपर लीक में चार सेट के स्थान पर एक ही सेट का पेपर हुआ था तैयार। गठित नहीं हुआ था पैनल।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय में लॉ तृतीय वर्ष की थर्ड सेमेस्टर के पेपर लीक होने का बड़ा कारण विवि की अपनी अनोखी कार्यप्रणाली है। लविवि प्रशासन की लापरवाही का लाभ उठाते हुए आरोपित परीक्षार्थी को मोबाइल पर पेपर बताया गया। पूरे घटनाक्रम में पेपर बनाने से लेकर छात्रा को सवाल बताने की पूरी प्रक्रिया में विवि की व्यवस्था खुद जिम्मेदार है।
चार सेट में नहीं तैयार किया गया था पेपर
विवि सूत्रों के अनुसार सामान्यत लविवि के सभी विषयों के पेपर चार सेट में तैयार करना रहता है। इसके लिए सभी कोर्स के विभागाध्यक्ष चार-चार शिक्षकों का पैनल तैयार करते हैं। इस पैनल में शामिल सभी शिक्षक अपने-अपने स्तर से पेपर तैयार कर परीक्षा विभाग को बंद लिफाफे में भेजते है। जिसके बाद परीक्षा विभाग पैनल में शामिल सभी शिक्षकों द्वारा भेजे गए प्रश्नपत्रों को प्रिंट कराने के साथ ही उनका सेट तैयार करवाता है। लेकिन, लॉ विभाग के तीसरे वर्ष के थर्ड सेमेस्टर के पेपर में लविवि प्रशासन द्वारा इस नियम का सही से पालन नहीं किया गया। सूत्रों का कहना है कि संबंधित सेंटर्स पर एक ही सेट के पेपर भेजा जा रहा था, इसके चलते आसानी से पता लगाया जा सका कि किस शिक्षक ने पेपर बनाया है। पैनल का सही से गठन न होना, विवि पर दाग लगने का कारण बना।
निर्धारित समय पर नहीं तैयार कराया गया था पेपर
सूत्रों का कहना है कि लॉ तृतीय वर्ष की तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा दो दिसंबर से शुरू होनी थी। बताया जा रहा है कि लॉ फैकेल्टी ने इसके लिए पैनल बनाने की प्रक्रिया 16 नवंबर तक पूरा किया। इसके बाद 23 नवंबर तक पैनल के कुछ सदस्यों ने प्रश्नपत्र का सैंपल बनाकर भेजा था। इसके बाद आनन-फानन में पैनल में शामिल जिन शिक्षक ने प्रश्नपत्र भेजा था, वहीं प्रिंट परीक्षा शुरू कराई गई।