Electricity Crisis in UP: रायबरेली में बिजली को तरसी नगर की एक लाख आबादी, 33 केवी लाइन में आई खराबी
रायबरेली का नगर हो या ग्रामीणअंचल। यहां हर तरफ बिजली की दिक्कत से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है। गांवों में अघोषित कटौती से लोग परेशान हैं। जिला मुख्यालय पर लाइनों में आने वाली गड़बड़ी ने उपभोक्ताओं की नींद उड़ा रखी है।
रायबरेली, जागरण संवाददाता। नगर हो या ग्रामीणअंचल, यहां हर तरफ बिजली की दिक्कत से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है। गांवों में अघोषित कटौती से लोग परेशान हैं। जिला मुख्यालय पर लाइनों में आने वाली गड़बड़ी ने उपभोक्ताओं की नींद उड़ा रखी है। सोमवार की रात और मंगलवार को करीब एक लाख आबादी को बिजली संकट से जूझना पड़ा।
पावर कारपोरेशन के त्रिपुला ट्रांसमिशन से जुड़े नगर के बिजली उपकेंद्र इंदिरा नगर और प्रगतिपुरम की आपूर्ति प्रभावित रही। इन उपकेंद्रों से इंदिरा नगर, कचहरी रोड, निराला नगर, मधुबन मार्केट, अयोध्यापुरी, नेहरू नगर, जेल गार्डेन रोड जैसे अन्य दर्जनों मुहल्लों को बिजली आपूर्ति होती है। पहले देर रात करीब 10 बजे इंदिरा नगर उपकेंद्र की 33 केवी लाइन में खराबी आई। वर्क टू रूल आंदोलन के कारण संबंधित उपकेंद्र के जेई और एसडीओ थे नहीं। किसी तरह अधीक्षण अभियंता और एक्सईएन की देखरेख में संविदा कर्मियों ने छानबीन शुरू की। रतापुर स्थित फिरोज गांधी पालीटेक्निक के अंदर से गुजरी लाइन पर पेड़ की डाल लटकी मिली। इसके कारण आपूर्ति बाधित थी। करीब दो बजे इस डाल को काटकर हटाया गया, तब आपूर्ति बहाल हुई। इसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली थी। सुबह करीब सात बजे प्रगतिपुरम बिजली उपकेंद्र की 33 केवी लाइन में खराबी आ गई। इसे भी दूर करने में करीब तीन से चार घंटे का वक्त लग गया। इस दौरान दोनों बिजली उपकेंद्रों से जुड़े मुहल्लों में कनेक्शन धारकों व उनके परिवारजन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
ट्री कटिंग कराने के निर्देश: इंदिरा नगर उपकेंद्र की 33 केवी लाइन में आए दिन खराबी आती रहती है। सबसे अधिक दिक्कत लाइन के किनारे लगे पेड़ों की कटिंग न कराने के कारण आ रही है। गत दिनों अधीक्षण अभियंता वाइएन राम ने तब इसे खुद देखा, जब वे रात में लाइन में आई खराबी दूर कराने पहुंचे। इस पर सख्त रुख अपनाते हुए उन्होंने एक्सईएन को ट्री कटिंग कराने के निर्देश दिए।