लॉकडाउन में Social Media पर बढ़े आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले, साइबर क्राइम सेल हुई एक्टिव
सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग के दौरान बेतहाशा बढ़ोतरी की बात उजागर साइबर क्राइम सेल कर रही कार्रवाई।
लखनऊ, जेएनएन। केस एक-फेसबुक और टिवटर पर वीडियो अपलोड कर एक युवक ने उसे कैसरबाग इलाके का बताया। टिप्पणी में युवक ने लिखा कि पुलिस लोगों को घर से बाहर निकालकर उनकी पिटाई कर रही है। पुलिस की ओर से बताया गया कि उक्त वीडियो राजधानी से संबंधित नहीं है। बावजूद इसके युवक उसे वायरल करता रहा। इसके बाद कैसरबाग कोतवाली में पुलिस ने आरोपित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर छानबीन की और आशियाना निवासी अमित आंबेडकर को गिरफ़तार कर लिया।
केस दो
हजरतगंज कोतवाली में तैनात दारोगा दुर्वेश बाबू ने दीलीप मंडल नाम के टवीटर हैंडल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोपित ने जमातियों के खिलाफ गलत जानकारी टवीट की थी। इसके अलावा एक अन्य महिला के खिलाफ भी एफआइआर लिखी गई थी, जिसने सोशल मीडिया पर सीएम के घरवालों के बारे में गलत जानकारी पोस्ट की थी।
रोजाना आ रहींं शिकायतें
लॉकडाउन में सोशल मीडिया का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। हालांकि इसका दुरुपयोग भी काफी हाे रहा है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल ने 300 से अधिक आपत्तिजनक टिप्पणी को अगल अलग प्लेटफार्म से हटवाया है। राजधानी में तकरीबन हर रोज 20 से 25 मामले अभद्र टप्पणी के आ रहे हैं। साइबर क्राइम सेल इन मामलों की जांच कर कार्रवाई कर रही है। हाल में ही अमीनाबाद पुलिस ने फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर मौलवीगंज निवासी रफीक की तहरीर पर एफआइआर दर्ज की थी। इसके बाद भेड़ी मंडी मौलवीगंज निवासी आरोपिति शुभम साहू को गिरफ़तार किया था।
क्या कहते हैं अधिकारी
पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय का कहना है कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों और आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। साइबर क्राइम सेल के साथ साथ वरिष्ठ अधिकारी भी इस पर नजर रख रहे हैं। वाटस एप पर गलत सूचनाएं प्रसारित करने वालों को भी चिंहित किया जा रहा है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।