नर्सरी की पढ़ाई B.Tech से भी हो गई महंगी, अब करनी होगी इतनी जेब ढीली
सरकार ने फीस नियंत्रण को लेकर कानून बनाया है। मगर नए सत्र में निजी स्कूलों ने नियमों को दरकिनार कर दिया।
लखनऊ, जेएनएन। नए सत्र से बच्चों की प्राइमरी की पढ़ाई और महंगी हो जाएगी। निजी स्कूलों ने मासिक, वार्षिक समेत कई मदों में बढ़ोतरी कर दी है। स्थिति ये है कि कुछ स्कूलों में नर्सरी की फीस बीटेक से भी महंगी हो गई है। इसको लेकर अभिभावकों में आक्रोश है।
सरकार ने फीस नियंत्रण को लेकर कानून बनाया है। मगर नए सत्र में निजी स्कूलों ने नियमों को दरकिनार कर दिया। उन्होंने नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक मनमानी फीस बढ़ा दी है। प्रवेश शुल्क, मासिक शुल्क, वार्षिक शुल्क, कॉशन मनी समेत कई मदों में बढ़ोतरी की गई है। ऐसे में सरकारी कॉलेज में जहां बीटेक की वार्षिक फीस प्रति छात्र औसतन 45 हजार और निजी कॉलेज में 65 हजार रुपये से एक लाख रुपये के लगभग है। वहीं, निजी स्कूल में नर्सरी की वार्षिक फीस ही एक लाख, 11 हजार 996 पहुंच रही है। वहीं, अभिभावकों को अन्य खर्चे अलग वहन करने पड़ेंगे।
मासिक फीस सत्र 2018-19
स्कूल - नर्सरी - पांचवीं - आठवीं
जीडी गोयनका - 8,633 - 8,767 - 8,767
लॉमार्टीनियर कॉ. - 6,294 - --- ---
मिलेनियम स्कूल - 6,250 - 6650 - 6725
सेठ एमआर जयपुरिया - 4,132 - 7,498 ---
सेठ आनंद राम जयपुरिया - 6,333 - 6,333 - 6,333
सीएमएस - 2,795 - 4,416 - 5,818
मासिक फीस सत्र 2019-20
स्कूल - नर्सरी - पांचवीं - आठवीं
जीडी गोयनका - 9,333 - 9,467 - 9,467
लॉमार्टीनियर कॉ. - 7,550 _---- _ ---
मिलेनियम स्कूल - 6,750 - 7,180 - 7,260
सेठ एमआर जयपुरिया - 4,475 - 8,121 - 8121
सेठ आनंद राम जयपुरिया - 6,733 - 6,867 - 6,867
सीएमएस - 3,050 - 4,815 - 6,340
फस्र्ट टाइम एडमिशन फीस नर्सरी
मासिक फीस सत्र 2018-19
स्कूल - फॉर्म - एडमिशन - कॉशन मनी
जीडी गोयनका - 1500 - 40,000 - 15000
लॉमार्टीनियर कॉ. - 5,000 - 2,750 - ----
मिलेनियम स्कूल - 1000 - 48000 - ---
सेठ एमआर जयपुरिया - 2,500 23,000 - ---
सेठ आनंदराम जयपुरिया 1500 40,000 10,000
सीएमएस - 500 - 4,500 - 2,500
मासिक फीस सत्र 2019-20
स्कूल - फॉर्म - एडमिशन - कॉशन मनी
जीडी गोयनका 1500-40,000-15,000
लॉमार्टीनियर 5000-50,000-45,000
मिलेनियम स्कूल 1000-48,000 --
सेठ एमआर जयपुरिया 3000-25,000
सेठ आनंदराम जयपुरिया 1500-40,000-10,000
सीएमएस 600-5,000-2,500
क्या कहते हैं जिम्मेदार ?
- डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार का कहना है कि अभी मनमानी फीस बढ़ोतरी संबंधी कोई शिकायत नहीं आई है। अभिभावकों को दिक्कत है तो पहले स्कूल में शिकायत करें। इसके बाद कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएं। जांच कराई जाएगी।
- पैरेंट्स वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष पीके श्रीवास्तव का कहना है कि सरकार का एक्ट दिखावा साबित हो रहा है। निजी स्कूल मनमानी पर उतारू हैं। 50 फीसद शुल्क गलत तरीके से वसूली जा रही है। यह अवैध है। इसकी जांच की जाए।