अब उत्तर प्रदेश के किसान अपने मोबाइल फोन पर देख सकेंगे गन्ना सर्वेक्षण, आपत्तियां होगी दर्ज
कोरोना संक्रमण के दौरान किसानों की सुविधा के लिए इस बार उत्तर प्रदेश में गन्ना सर्वेक्षण शत प्रतिशत जीपीएस तकनीक से कराया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के दौरान किसानों की सुविधा के लिए इस बार उत्तर प्रदेश में गन्ना सर्वेक्षण शत प्रतिशत जीपीएस तकनीक से कराया गया है। किसान गन्ना सर्वेक्षण की स्थिति अपने एन्ड्रायड मोबाइल फोन पर देख सकते हैं। किसानों की गन्ना समितियों के चक्कर न लगाना पड़े इसके लिए सर्वेक्षण संबंधित आपत्तियां विभागीय पोर्टल पर दर्ज करा सकते है। किसानों के गन्ना आवंटन (सट्टा) स्थिति का प्रदर्शन गांववार 30 सितंबर तक किया जाएगा।
गन्ना आयुक्त संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि पेराई सत्र 2020-21 के लिए गन्ना आपूर्ति संबंधित आंकड़ें तैयार करने में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। गन्ना क्षेत्र का आकलन करने के लिए इस बार सर्वे कार्य जीपीएस तकनीक से कराया जा रहा है। इससे किसी प्रकार की त्रुटि होने की संभावना नहीं के बराबर होती है। उन्होंने बताया कि संक्रमण के दौर में किसानों की सुविधा के लिए सर्वेक्षण स्थिति मोबाइल फोन पर भी उपलब्ध करायी गयी है। किसान यदि सर्वेक्षण से संतुष्ट नहीं है तो गन्ना पर्यवेक्षक को अपनी शिकायत दर्ज करा सकता अथवा ईआरपी पोर्टल पर आपत्ति दर्ज की जा सकती है।
गन्ना आयुक्त संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि ऐसे किसान जिनके पास एन्ड्रायड फोन नहीं है और कम्प्यूटर पर भी सर्वेक्षण नहीं देख सकते हैं, उनके लिए ग्राम सर्वे व सट्टा प्रदर्शन कार्यक्रम ग्रामवार चीनी मिल व पर्यवेक्षक द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। गन्ना आयुक्त ने बताया कि कोविड-19 के कारण इस वर्ष समिति स्तरीय सर्वे, सट्टा प्रदर्शन मेला सर्किलवार स्टाॅल लगाकर 30 सितंबर तक किया जाएगा। सर्किलवार एक स्टाॅल पर एक दिन में एक गांव की तिथि निर्धारित की जाएगी, जिससे कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन किया जा सके।
अब केवल एसएमएस पर्ची : पर्ची वितरण की समस्या का स्थायी समाधान करते हुए इस बार केवल मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए पर्ची वितरित करने का फैसला लिया गया है। गन्ना आयुक्त ने बताया कि किसानों को चाहिए कि अपना मोबाइल फोन नंबर पर्यवेक्षक से अथवा ई-गन्ना एप के माध्यम से अपडेट करा लें। इनबाक्स को खाली रखे ताकि गन्ना पर्ची प्राप्त होने में कोई बाधा न होने पाए।
शिकायतों के निस्तारण की निगरानी करेंगे गन्ना मंत्री : गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की समस्याओं व शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से करने की निर्देश दिए हैं। वह स्वयं भी किसानों की डिजिटल व अन्य माध्यमों से मिलने वाली शिकायतों की निगरानी करेंगे। किसानों की समस्याओं का निदान जल्द से जल्द कराया जाएगा।