अब बिना पहुंचे नहीं होगी व्यवसायिक वाहनों की फिटनेस, 'Fitness Mobile App' से होगी निगरानी
उत्तर प्रदेश में यात्री व माल वाहन के फिटनेस का ब्यौरा होगा ऑनलाइन बिना वाहनों के फिटनेस सेंटर पहुंचे वाहनों को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी ही नहीं होगा। 100 फीसद वाहनों के फिटनेस के लिए परिवहन विभाग ने मोबाइल एप तैयार किया है।
लखनऊ, जेएनएन। दलालों की मिली भगत से घर में खड़े वाहनों के फिटनेस का खेल अब खत्म करने की तैयारी पूरी हो गई है। बिना वाहनों के फिटनेस सेंटर पहुंचे वाहनों को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी ही नहीं होगा। 100 फीसद वाहनों के फिटनेस के लिए परिवहन विभाग ने मोबाइल एप तैयार किया है। ऐसे में जो वाहन फिटनेस सेंटर तक नहीं पहुंच सकेंगे, उन वाहनों का फिटनेस का ब्योरा मोबाइल एप पर दर्ज करने के बाद ही प्रमाण पत्र जारी हो सकेगा।फिटनेस सेंटर पर आने वाले वाहनों के फिटनेस से पहले और बाद के फोटो एप पर डालना होगा। फोटो से यह पता चलेगा कि वाहन में क्या कमियां पहले थी और क्या ठीक किया गया। खास बात यह है कि एप में लोकेशन फीड की गई है। फिटनेस ग्राउंड से 500 मीटर से अधिक की दूरी पर वाहनों की फिटनेस मान्य नहीं होगी। ऐसे में यात्री वाहन हो या माल वाहन। हर हाल में फिटनेस सेंटर पहुंचना जरूरी होगा।
दीपावली बाद होगी शुरुआत
परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि आरआइ और आरटीओ के कर्मचारियों को व्यवसायिक वाहनों के फिटनेस के लिए मोबाइल एप का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद ही दीपावली के बाद इसको लागू किया जाएगा। कोटमोबाइल एप की व्यवस्था लागू होने से वाहनों को फिटनेस सेंटर पहुंचना होगा। फोटो अपलोड होने से वाहनों की सही तस्वीर भी सामने आ सकेगी। गलत फिटनेस जारी करने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।