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अब डिजी लॉकर में डॉक्टरी की डिग्री, संबंद्ध मेडिकल कॉलेज के छात्रों को भी मिलेगा लाभ Lucknow News

केजीएमयू ने एमबीबीएस की मार्कशीट-प्रमाण पत्र किए ऑनलाइन।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 09:48 AM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 09:48 AM (IST)
अब डिजी लॉकर में डॉक्टरी की डिग्री, संबंद्ध मेडिकल कॉलेज के छात्रों को भी मिलेगा लाभ  Lucknow News
अब डिजी लॉकर में डॉक्टरी की डिग्री, संबंद्ध मेडिकल कॉलेज के छात्रों को भी मिलेगा लाभ Lucknow News

लखनऊ [संदीप पांडेय]। केजीएमयू ने पेपरलेस वर्किंग की दिशा में कदम बढ़ाया है। वह एकेटीयू की तर्ज पर छात्रों के प्रमाणपत्र ऑनलाइन कर रहा है। ऐसे में डॉक्टरी की डिग्री अब डिजिटल लॉकर में मिलेगी। प्रथम चरण में एमबीबीएस की मार्कशीट, डिग्री को वेबसाइट पर अपलोड कर डिजी लॉकर में ट्रांसफर  कर दिया गया है।

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केजीएमयू में हर वर्ष जहां नए कोर्स शुरू हो रहे। वहीं सीटों में भी इजाफा हो रहा है। उधर, संबंद्धता के लिए नए मेडिकल कॉलेजों की कतार भी लंबी हो रही हैं। ऐसे में कार्यालयों में फाइलों व रिकॉर्डों का ढेर लग गया है। लिहाजा, 114 वर्ष का केजीएमयू अब डिजिटल मोड में आ रहा है। यूनीवर्सिटी ने छात्रों की मार्कशीट व डिग्री ऑनलाइन करने का फैसला किया है। दो वर्ष पहले से संस्थान की वेबसाइट पर एमबीबीएस छात्रों के प्रमाणपत्र अपलोड करने शुरू किए गए। इसे यूजीसी की नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी (एनएडी) से लिंक कर दिया। वहीं अब एमबीबीएस के दो वर्षों के शैक्षिक प्रमाणपत्र डिजिटल लॉकर में ट्रांसफर कर दिए गए हैं।

अभी एक क्लिक पर 5, 517 रिकॉर्ड 

केजीएमयू के परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके सिंह के मुताबिक सभी शैक्षिक प्रमाणपत्र ऑनलाइन किए जाने हैं। अभी वर्ष 2017 व वर्ष 2018 के एमबीबीएस छात्रों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों को डिजी लॉकर में ट्रांसफर कर दिया गया है। इसमें फस्र्ट प्रोफेशनल, सेकेंड प्रोफेशनल, थर्ड प्रोफेशनल, फाइनल एक्जाम की मार्कशीट मिलाकर पांच हजार 517 प्रमाणपत्र लॉकर में डाल दिए गए। वहीं इंटर्नशिप के बाद मिलने वाली डॉक्टरी की डिग्री भी लॉकर में मिलेगी। 

इनके प्रमाण पत्र भी होंगे ऑनलाइन

एमबीबीएस कोर्स के सभी वर्षों के प्रमाणपत्र ऑनलाइन होंगे। इसके अलावा एमएस, एमडी, एमसीएच, डीएम, बीएससी नर्सिंग व पैरामेडिकल कोर्सों के भी प्रमाणपत्र ऑनलाइन किए जाएंगे।

क्या होगा लाभ

पासआउट छात्रों को एक यूनीक कोड मिलेगा। यह कोड आवेदन फॉर्म में भर सकेंगे। मार्कशीट व डिग्री के वेरीफिकेशन के लिए संबंधित विभाग वेबसाइट पर लॉगइन कर प्रमाणपत्रों को जांच सकेगा। वहीं एमसीआइ में पंजीकरण के दौरान वेरीफिकेशन में आसानी होगी। 

छह कॉलेज, तीन संस्थान हैं संबद्ध

केजीएमयू से अभी छह मेडिकल कॉलेज व तीन संस्थान संबद्ध हैं। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, कमांड हॉस्पिटल, सीतापुर आई हॉस्पिटल इंस्टीट्यूट हैं। वहीं प्रयागराज, बांदा, जालौन, कन्नौज, आजमगढ़ व ग्रेटर नोएडा मेडिकल कॉलेज संबद्ध हैं। वहीं अयोध्या, बस्ती, सहारनपुर मेडिकल कॉलेज की संबद्धता भी यहीं से होगी।

केजीएमयू पर एक नजर

  • छह मेडिकल कॉलेज, तीन संस्थान संबद्ध
  • सात नर्सिंग कॉलेज, एक पैरामेडिकल कॉलेज संबद्ध
  • एमबीबीएस की 250, बीडीएस की 70, एमडी-एमएस की 273, डीएम-एमसीएच की 54 सीटें
  • इस वर्ष बांटी जाएंगी 1466 डिग्री, जो गत वर्ष से 206 अधिक हैं।
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