अब AKTU के छात्र Google लैब में सीखेंगे सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट
गूगल एक्सपर्ट उन्हें अपनी लैब में एप व सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की ट्रेनिंग देंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एडवांस स्टडीज में गूगल लैब बनकर तैयार हो चुकी है। लैब का शुभारंभ नवरात्र से होगा।
लखनऊ [पुलक त्रिपाठी]। डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से जुड़े इंजीनियरिंग कॉलेजों के शिक्षकों व छात्रों के लिए अच्छी खबर है। गूगल एक्सपर्ट उन्हें अपनी लैब में एप व सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की ट्रेनिंग देंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एडवांस स्टडीज में गूगल लैब बनकर तैयार हो चुकी है। लैब का शुभारंभ नवरात्र से होगा।
जानकीपुरम स्थित परिसर में करीब एक करोड़ की लागत से बनकर तैयार गूगल लैब में शुरुआत में शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए विवि स्तर से संबद्ध संस्थानों के कंप्यूटर साइंस के 250 शिक्षकों व दस हजार छात्रों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही 40-40 शिक्षकों के बैच तैयार कर प्रत्येक बैच को 40 घंटे यानी करीब एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सीएस के 10 हजार छात्र होंगे लाभांवित: एप व सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की ट्रेनिंग के लिए विवि द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के कंप्यूटर साइंस के करीब 10 हजार छात्रों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इन्हें नवंबर माह से 50-50 की संख्या के बैच तैयार कर ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रशिक्षण की अवधि दो सप्ताह की होगी।
इस पर भी रहेगा जोर
सेंटर ऑफ एडवांस स्टडीज के निदेशक प्रो. मनीष गौड़ ने बताया कि प्रशिक्षण के तहत गूगल क्लाउड, मशीन लर्निग व डाटा माइनिंग पर विशेष फोकस रहेगा। शिक्षक इंटरनल रिसर्च के लिए लैब का प्रयोग कर सकेंगे।
मिलेगा जॉब प्लेसमेंट
छात्रों को गूगल द्वारा जॉब प्लेसमेंट भी दिया जाएगा। इससे पढ़ाई पूरी करने के साथ ही छात्र आत्मनिर्भर बन सकें। विवि प्रशासन के अनुसार शुभारंभ अवसर पर गूगल के टॉप एक्जीक्यूटिव क्लाउड कंप्यूटिंग व मशीन लॉबिंग पर शिक्षकों व छात्रों से जानकारी भी साझा करेंगे।
क्या कहते हैं एकेटीयू कुलपति ?
एकेटीयू कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक का कहना है कि गूगल लैब बनकर तैयार है। नवरात्र में इसका शुभारंभ किया जाएगा। इससे बड़े पैमाने पर कंप्यूटर साइंस के शिक्षक व छात्र लाभांवित होंग