अब यूपी में वायु प्रदूषण पर रहेगी 24×7 पैनी नजर, 8 शहरों में बनेंगे 18 मॉनिटरिंग स्टेशन
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एक शहर में वायु गुणवत्ता की जांच के लिए एक से ज्यादा मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित करेगा। इससे शहर में वायु प्रदूषण का सटीक आकलन हो सकेगा।
लखनऊ [शोभित श्रीवास्तव]। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार वायु प्रदूषण पर 24 घंटे सातों दिन नजर रखने के लिए आठ शहरों में 18 नए मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित करने जा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इनकी स्थापना को हरी झंडी दे दी है। इनके जरिये हवा की शुद्धता का सटीक आकलन किया जा सकेगा। शहरों के वायु प्रदूषण का डेटा एकत्र कर उन पर शोध भी किया जाएगा। इसी के अनुसार योगी सरकार वायु प्रदूषण कम करने के लिए शहरों के एक्शन प्लान तैयार करेगी।
इस समय उत्तर प्रदेश के 13 शहरों में 21 'कांटिन्यूअस एंबिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन' काम कर रहे हैं। इनमें आगरा, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर, कानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर व वाराणसी में एक-एक केंद्र हैं। गाजियाबाद में सबसे अधिक चार, ग्रेटर नोएडा में दो, मेरठ व नोएडा में तीन-तीन केंद्र हैं। इनमें वायु की शुद्धता की माप की जाती है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इसी तरह के 18 नए मॉनिटरिंग स्टेशन और स्थापित करने का निर्णय किया है। इनके तहत लखनऊ में दो, कानपुर में दो, वाराणसी में तीन, प्रयागराज में तीन, आगरा में पांच, मथुरा में एक, गोरखपुर में एक व फीरोजाबाद में भी एक मॉनिटरिंग स्टेशन लगाया जाएगा। ऐसे में अब प्रदेश के 17 शहरों में कुल 39 मॉनिटरिंग स्टेशन हो जाएंगे। हाथरस, एटा व अयोध्या में भी वायु गुणवत्ता की जांच आउटसोर्सिंग के माध्यम से कराने का निर्णय हुआ है।
बड़े उद्योग खुद लगाएंगे मॉनिटरिंग स्टेशन
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बड़े उद्योगों को अपने यहां वायु गुणवत्ता जांच के लिए मॉनिटरिंग स्टेशन खुद लगाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश सरकार ने वायु प्रदूषण की निगरानी के लिए पब्लिक से भी सहयोग लेने का निर्णय किया है। इसी के तहत अमरोहा के गजरौला में स्थित जुबिलेंट इंडस्ट्रीज जल्द ही अपने यहां मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित करेगा।
वायु प्रदूषण दूर करने के उपाय किए जाएंगे
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव सदस्य आशीष तिवारी ने बताया कि एक शहर में वायु गुणवत्ता की जांच के लिए एक से ज्यादा मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। इससे शहर में वायु प्रदूषण का सटीक आकलन हो सकेगा। अभी तक शहरों में केवल एक स्टेशन होते थे, इस कारण वायु प्रदूषण की सही जानकारी नहीं मिल पाती थी। बोर्ड चरणबद्ध तरीके से विभिन्न शहरों में मॉनिटरिंग स्टेशन का लगा रहा है। इसके आंकड़ों के अनुसार वायु प्रदूषण दूर करने के उपाय किए जाएंगे।