Move to Jagran APP

भाजपा के प्रति नरम निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद, कहा- 'किंग-मेकर' की भूमिका में रहेगे हम

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने बुधवार को कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी के बिना सरकार नहीं बनेगी। उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी किंग-मेकर की भूमिका में रहेगी। उन्होंने फिर दोहराया कि हम भाजपा के साथ हैं और आगे भी रहेंगे।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 10:15 PM (IST)Updated: Thu, 02 Sep 2021 08:37 AM (IST)
भाजपा के प्रति नरम निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद, कहा- 'किंग-मेकर' की भूमिका में रहेगे हम
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने बुधवार को कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी के बिना सरकार नहीं बनेगी। उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी 'किंग-मेकर' की भूमिका में रहेगी। उन्होंने फिर दोहराया कि हम भाजपा के साथ हैं और आगे भी रहेंगे। सरकार बनने पर निषाद समाज के तमाम सामाजिक मुद्दे हल कराएंगे। संविदा की नौकरियां खत्म कर पहले उन्हें समायोजित कराएंगे। साथ ही नौकरियों में गरीबों के लिए बैकलाग भर्ती की जाएगी।

loksabha election banner

निषाद पार्टी के मुखिया डा. संजय ने पत्रकारों को बताया कि सरकार बनने पर प्रत्येक जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे। निषादराज और राम गले मिले थे तो दुनिया में शांति हुई, ऐसे निषादराज को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। निषादराज के किले पर उनकी भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी।

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने कहा कि प्रदेश की 170 विधानसभा सीटें मछुआ बहुल हैं वहां भाजपा को जिताएंगे। इनमें से 70 सीटों पर हमारा बूथ स्तर का संगठन तैयार है। इन सीटों पर ही हम भाजपा से दावा करेंगे। एससी में आरक्षण व राजनैतिक मुकदमे वापस लेने सहित अन्य सामाजिक मुद्दे भाजपा हल कर दे तो उसके बाद वह जितनी सीटें देगी हम स्वीकार कर लेंगे।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनके सलाहकार मंडल में 'इलेक्टेड' नहीं बल्कि 'सेलेक्टेड' नेता हैं। अखिलेश निषाद हितैषी होने का केवल ढोंग कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्नाव में मनोहर लाल निषाद की प्रतिमा लगाने के लिए वे अपने रथ से गए थे, किंतु जब सरकार में होते हैं तो एक भी कानून निषादों के हित में पास नहीं करते हैं। मायावती पर कहा कि उनकी सरकार में केंद्र से प्रस्ताव वापस मंगाए जाते हैं। वर्ष 2016 में मिले आरक्षण पर बसपा के संगठन बामसेफ ने स्टे ले लिया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.