NHRC ने गौतमबुद्धनगर में गर्भवती और बच्ची की मौत पर यूपी के मुख्य सचिव से मांगा जवाब
गौतमबुद्धनगर में इलाज में न मिल पाने के चलते गर्भवती और एक बच्ची की मौत के मामलों में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है।
लखनऊ, जेएनएन। गौतमबुद्धनगर में इलाज में न मिल पाने के चलते गर्भवती और एक बच्ची की मौत के मामलों में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है। आयोग ने चार सप्ताह में दोनों घटनाओं में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। एनएचआरसी ने कहा है कि मामले में दोषियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई के बारे में अवगत कराया जाए।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गौतमबुद्धनगर में एक महिला व एक बच्ची की मौत का स्वत: संज्ञान लेते हुए पूरे प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। एनएचआरसी ने कहा है कि मामले में दोषियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई के बारे में अवगत कराया जाए। आयोग ने कोरोना संक्रमण के अलावा अन्य मामलों में भी इलाज में पूरा ध्यान दिए जाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भी कड़े निर्देश दिए हैं।
नोएडा में आठ माह की गर्भवती को कई घंटों तक आठ अस्पतालों के कर्मी इधर से उधर भटकाते रहे। कहीं भी भर्ती न होने के चलते महिला ने पांच जून की सुबह उसकी ग्रेटर नोएडा स्थित अस्पताल के बाहर दम तोड़ दिया था। एक अन्य मामले में 26 वर्षीय गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती न किए जाने का मामला भी है। समय से इलाज न मिलने के चलते महिला की बच्ची की मौत हो गई थी। महिला के घरवालों का आरोप है कि अगर उसे समय से इलाज मिलता तो बच्ची की जान बचाई जा सकती थी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि लोगों को बेहतर इलाज उपलब्ध न करा पाना उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन है।