लखनऊ में लोकभवन के सामने मां-बेटी के आत्मदाह पर NHRC ने यूपी सरकार से मांगा जवाब
लखनऊ में लोकभवन के सामने मां-बेटी के आत्मदाह करने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने यूपी के मुख्य सचिव व डीजीपी को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब तलब किया है।
लखनऊ, जेएनएन। अमेठी निवासी मां-बेटी के लखनऊ में लोकभवन के सामने आत्मदाह करने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब तलब किया है। एनएचआरसी ने मुख्य सचिव व डीजीपी को जारी नोटिस में कहा है कि मां-बेटी ने जो कदम उठाया है, उसे सही नहीं कहा जा सकता। उनकी शिकायत पर यदि उचित कार्रवाई होती तो ऐसी नौबत नहीं आती। छेड़खानी के मामले में कार्रवाई न होने से क्षुब्ध मां-बेटी ने लखनऊ में लोकभवन के सामने आत्मदाह किया था, जिसमें महिला की मौत हो गई थी। बेटी का इलाज चल रहा है। एनएचआरसी ने मामले में की गई कार्रवाई समेत अन्य बिंदुओं पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
अमेठी के जामों कोतवाली क्षेत्र की कस्बा निवासी सोफिया व अलगू के बीच नाली के विवाद को लेकर बीती नौ मई को मारपीट हो गई थी। इसके बाद सोफिया की बेटी गुड़िया की ओर से अलगू के बेटे अर्जुन सहित चार लोगों पर छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया गया था। वहीं अर्जुन की तहरीर पर सोफिया व गुड़िया सहित तीन लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था। 17 जुलाई को सोफिया व गुड़िया ने लखनऊ में लोकभवन के सामने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए आत्मदाह का प्रयास किया, जिसमें सोफिया गंभीर रूप से जल गई थी। 23 जुलाई को लखनऊ के सिविल अस्पताल में सोफिया की इलाज के दौरान मौत हो गई।
इस मामले में अमेठी में तीन और लखनऊ में चार पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया था। इसी के साथ प्रकरण में सियासी दखल की बात भी सामने आई, जिस पर पुलिस ने मां-बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोपित एक नेता सहित तीन को जेल भेजा है। बाकी की तलाश की जा रही है।