उत्तर प्रदेश में बना हरियाली का नया कीर्तिमान, एक दिन में रोपे लक्ष्य से अधिक 25.87 करोड़ पौधे
Tree Planting Campaign वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में हरियाली की चादर फैलाने की कोशिश के तहत रविवार को एक नया कीर्तिमान बना। जनसहभागिता की मदद से राज्य सरकार ने एक दिन में तय लक्ष्य से अधिक 25 करोड़ 87 लाख 47 हजार 661 करोड़ पौधे रोपे। यह लक्ष्य का 103.48 प्रतिशत है। शाम छह बजे वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मुख्यालय में बने नियंत्रण कक्ष में सूबे में 25 करोड़ आठ लाख 84 हजार 208 पौधे रोपे जाने की सूचना दर्ज की गई। अभियान में वन समेत राज्य सरकार के 27 विभागों के अलावा किसानों, छात्रों, पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी संंस्थाओं और जनसामान्य ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस मौके पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है। पिछले साल नौ अगस्त को प्रदेश में एक ही दिन 22.6 करोड़ पौधे रोपे गए थे जो विश्व कीर्तिमान था। आज उत्तर प्रदेश ने अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि आज के महाभियान पर विदेश से भी नजर रखी जा रही थी। अब तक दस देशों के लोगों ने इस अभियान से जुड़ी वेबसाइट को हिट किया है।
वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि पौधरोपण कार्यक्रम के तहत जिलों में पंचवटी, हरिशंकरी, व नक्षत्र वाटिका की स्थापना की गई। गंगा के किनारे बसे 27 जिलों में नदी के दोनों ओर 10 किलोमीटर तक के तटवर्ती क्षेत्र में 6000 हेक्टेयर क्षेत्र में 67 लाख पौधे रोपे गए। वहीं गंगा और यमुना की 40 से अधिक सहायक नदियों के तटों के दोनो ओर तकरीबन 21000 हेक्टेयर में 1.5 करोड़ पौधे लगाए गए हैं।
वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि एक दिन में सर्वाधिक प्रजातियों के पौधे रोपने का कीर्तिमान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए 15 जुलाई को प्रदेश के पांच जिलों में विशेष पौधारोपण अभियान का आयोजन किया जाएगा। वन मंत्री के मुताबिक रविवार के वृहद पौधारोपण अभियान को भी गिनीज बुक के रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज कराया जा सकता था लेकिन गिनीज बुक के अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए बड़े पैमाने पर भीड़ जुटाने और सभी स्थानों पर अपने प्रतिनिधि भेजने में असमर्थता जतायी थी। इसलिए आज के कार्यक्रम को गिनीज बुक के लिए नामित नहीं किया जा सका था।
हर गांव में लगा सहजन का पौधा : वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया कि महिलाओं और बच्चों में कुपोषण की समस्या को देखते हुए पौधारोपण अभियान के तहत प्रत्येक गांव के आवास परिसर में सहजन का पौधा लगाया गया। वन मंत्री ने बताया कि वृहद स्तर पर अभियान चलाकर 25 करोड़ पौधे रोपने के लिए प्रदेश में गांव-गांव तक जाकर 57,903 माइक्रोप्लान तैयार किये गए। माइक्रोप्लान के अनुसार मांग के अनुरूप प्रजातिवार सहजन, सागौन, शीशम, कंजी, अर्जन, खैर, फलदार तथा अन्य प्रजातियों के पौधे पौधशालाओं में तैयार किये गए।
पल-पल अपडेट होती रही सूचना : पौधारोपण की पल-पल की प्रगति की सूचना विभिन्न वन प्रभागों द्वारा वन मुख्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम के पीएमएस पोर्टल पर अपलोड की जाती रही। रविवार को दो जिलों में लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत और बाकी 73 जिलों में 100 प्रतिशत से ज्यादा पौधे रोपे गए। लक्ष्य की तुलना में सर्वाधिक 114.53 प्रतिशत पौधरोपण उन्नाव में हुआ। वहीं अयोध्य और भदोही में 100 फीसद पौधारोपण हुआ।
पौधारोपण में टॉप टेन जिले
- जिला : रोपे गए पौधों की संख्या
- सोनभद्र : 82 लाख 29 हजार 108
- लखीमपुर खीरी : 67 लाख 14 हजार 622
- प्रयागराज : 56 लाख 89 हजार 162
- हमीरपुर - 56 लाख 19 हजार 560
- उन्नाव : 55 लाख 81 हजार 732
- बिजनौर : 54 लाख 42 हजार 907
- हरदोई : 54 लाख 05 हजार 940
- मीरजापुर : 53 लाख 84 हजार 194
- सीतापुर : 52 लाख 92 हजार 597
- गोंडा : 52 लाख 88 हजार 433
ट्विटर पर भी छाई यूपी की हरियाली : उत्तर प्रदेश में रविवार को 25 करोड़ पौधे रोपे जाने के महाअभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से की तो ट्विटर पर भी हैश टैग योगीज ग्रीन यूपी शुरू हो गया। कुछ समय में ही वह टॉप में ट्रेंड करने लगा। कोरोना काल में भी प्रकृति और पर्यावरण के प्रति सजग उत्तर प्रदेश को लेकर लोगों ने लिखा कि उत्तर प्रदेश पिछले कई वर्षों से लगातार पौधरोपण महाअभियान चला रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इन पर्यावरण कार्यक्रमों के साथ जुड़कर हम सभी को प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए।
धरा को आभूषण भूषित करने का प्रयत्न : योगी आदित्यनाथ ऑफिस ने भी ट्वीट किया- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में 'पौधरोपण महाकुंभ' का शुभारंभ भारतीय सनातन संस्कृति के मूल्यों का सुंदर प्राकट्य है। भौतिकवादी दोहन की मरुभूमि को 'प्रकृति संरक्षण' की सरिता से सिंचित करने का भगीरथी प्रयास है। धरा को आभूषण भूषित करने का प्रयत्न है। मुख्यमंत्री की प्रेरणा से प्रति वर्ष संचालित हो रहे पौधरोपण के 'महाकुंभ' से उत्तर प्रदेश की पावन धरा पुन: 'शस्य-श्यामला' होने की दिशा में गतिशील है। पौधों के रिकॉर्ड रोपण के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पूर्णत: संकल्पित है।
प्रत्येक रोपित पौधे की जियो टैगिंग : जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने पौधारोपण अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि सिंचाई विभाग आठ लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य पूरा करेगा और उनकी जियो टैगिंग भी करायी जाएगी। उतरेरिया निरीक्षण भवन परिसर में आम लौंग व चीकू के पौधे रोपित करने के बाद उन्होंने अधिकारियों को एक एक पौधे की गिनती कराने और देखभाल करने की हिदायत भी दी। मंत्री ने कहा कि पौधारोपण में किसी प्रकार की कमी मिलने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि फलदार व औषधीय पौधों को अधिक से अधिक रोपा जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने विशेष अवसरों, जन्मदिन व वर्षगांठ आदि पर दो पौधे लगाकर प्रदेश की हरीतिमा को बढ़ाने में योगदान करना चाहिए। उन्होंने पौधारोपण अभियान की नियमित समीक्षा करने के निर्देश भी दिए।