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यूपी में महिला अपराधों पर अंकुश के लिए 'ऑपरेशन शक्ति' की पहल, दुराचारियों के परिवार का दायित्व भी होगा तय

यूपी में महिला अपराधों के प्रति सीएम योगी आदित्यनाथ के बेहद सख्त निर्देशों की कड़ी में पुलिस ने अब ऐसे आरोपितों के परिवारीजन का दायित्व तय करने की भी पहल की है। ऑपरेशन शक्ति के तहत महिला संबंधी अपराधों के आरोपितों को उनके सामाजिक दायित्व का बोध कराया जाएगा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 05:36 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 05:36 PM (IST)
यूपी में महिला अपराधों पर अंकुश के लिए 'ऑपरेशन शक्ति' की पहल, दुराचारियों के परिवार का दायित्व भी होगा तय
उत्तर प्रदेश में महिला अपराधों के प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद सख्त निर्देशों दिए हैं।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में महिला अपराधों के प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद सख्त निर्देशों की कड़ी में पुलिस ने अब ऐसे आरोपितों के परिवारीजन का दायित्व तय करने की भी पहल की है। आइजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं और ऑपरेशन शक्ति के तहत महिला संबंधी अपराधों के आरोपितों को उनके सामाजिक दायित्व का बोध कराने के साथ ही उनके परिवारीजन की भूमिका भी तय करने का प्रयास किया है। आइजी ने इसे लेकर सीएम योगी के सामने एक प्रस्तुतीकरण भी दिया।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुराचारियों के पोस्टर चौराहों पर चस्पा करने के निर्देश दिए हैं। महिला अपराध की घटनाओं में प्रभावी अंकुश लगाने में उनका खास जोर रहा है। सीएम योगी जब पुलिस अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीधे बात कर रहे थे, तब आइजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने उन्हें ऑपरेशन शक्ति के बारे में सिलसिलेवार जानकारी दी। बताया कि सभी थानों मे कार्यरत महिला पुलिसकर्मियों को उनके दायित्व का बोध कराकर उन्हें शक्ति मोबाइल पर काम करने के लिए प्रेरित किया जाए। इस अभियान से महिलाओं के विरुद्ध अपराधों के आरोपितों के जमानतदार को भी जोड़ने व उनकी काउंसिलिंग की जरूरत है।

आइजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने कहा कि यह भी जरूरी है कि थानों में महिला अपराध रजिस्टार को अपडेट किया जाए और उसमें महिला अपराध से जुड़े सभी मामलों की पूरी जानकारी रखी जाए। महिला संबंधी अपराधों की क्षेत्रवार सूची बनाकर बीट के सिपाही को आरोपितों की निगरानी कराने का भी सुझाव दिया। आइजी ने बताया कि लखनऊ रेंज में पांच सितंबर से चले 10 दिवसीय अभियान के तहत गांवों में पुलिसकर्मी आरोपितों व उनके परिवारीजन को उनका सामाजिक दायित्व बताने के साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने का प्रयास किया गया।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि कि क्राइम मैपिंग के जरिए संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर शक्ति मोबाइल के जरिए कार्रवाई के अलावा आरोपितों के परिवारीजन की काउंसिलिंग व उन्हें पाबंद कराने की कार्रवाई की गई है। ऑपरेशन शक्ति के तहत 822 अभियुक्तों तथा उनके 669 परिवारीजन को पाबंद कराने की कार्रवाई की गई है। इसके अलावा 770 आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई के अलावा एक से अधिक बार चिन्हित 564 आरोपितों के विरुद्ध गुंडा एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है। एंटी रोमियो स्क्वाड ने 4512 स्थानों पर करीब 6528 लोगों की चेकिंग की और 531 आरोपितों का चालान किया गया।


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