यूपी के सरकारी आफिस में नई कोरोना गाइडलाइन : दिव्यांग व गर्भवती छोड़ 50 फीसद कर्मचारियों को आना होगा दफ्तर
यूपी में संक्रमण की स्थिति में सुधार हो रहा है लेकिन कर्मचारियों की उपस्थिति की व्यवस्था पहले की तरह ही लागू रहेगी। जिन गर्भवती व दिव्यांग कर्मचारियों को घर से काम करने की छूट रहेगी वह अपना मोबाइल फोन आन रखेंगे। जरूरत के अनुसार इन्हें कार्यालय बुलाया जा सकता है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के कारण सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। अब सिर्फ गर्भवती महिलाओं और दिव्यांग कर्मचारियों को ही दफ्तर आने से छूट रहेगी। फिलहाल एक दिन में 50 प्रतिशत कर्मचारियों को ही कार्यालय बुलाया जाएगा। अपर मुख्य सचिन नियुक्ति एवं कार्मिक डा. देवेश चुतर्वेदी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण बीती 13 जनवरी को आदेश जारी कर समूह ख, समूह ग व समूह घ के 50 प्रतिशत कर्मचारियों को कार्यालय बुलाए जाने और 50 प्रतिशत कर्मियों के घर से ही काम करने के आदेश जारी किए गए थे। इनके लिए साप्ताहिक रोस्टर तैयार किया गया था। यानि एक हफ्ते लगातार आने के बाद दूसरे हफ्ते कर्मचारी घर से काम करने के निर्देश दिए गए थे।
डा. देवेश चुतर्वेदी ने बताया कि संक्रमण की स्थिति में सुधार हो रहा है लेकिन कर्मचारियों की उपस्थिति की व्यवस्था पहले की तरह ही लागू रहेगी। जिन गर्भवती महिलाओं व दिव्यांग कर्मचारियों को अभी घर से काम करने की छूट रहेगी, वह अपना मोबाइल फोन आन रखेंगे। जरूरत के अनुसार इन्हें कार्यालय बुलाया जा सकता है।
बता दें कि यूपी में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार घट रही है। पिछले आठ दिनों से मरीजों की संख्या लगातार घट रही है। 17 जनवरी को प्रदेश में कोरोना के 106616 रोगी थी और अब यह घटकर 86563 रह गए हैं। ऐसे में 20053 सक्रिय केस कम हुए हैं। इन मरीजों में से 84141 रोगी होम आइसोलेशन यानि घर पर अपना इलाज करा रहे हैं। अस्पतालों में 2422 मरीज भर्ती हैं।
बीते 24 घंटे में 1.99 लाख लोगों की कोरोना जांच की गई और अभी तक 9.83 करोड़ लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है। मंगलवार को संक्रमण दर 5.8 प्रतिशत थी। उधर 15 मरीजों की कोरोना से मौत हुई। अब तक 23088 मरीजों की मौत संक्रमण से हो चुकी है। अब तक कुल 19.69 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और इसमें से 18.59 लाख रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। रिकवरी रेट अब 94.4 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घर पर कोरोना का इलाज करा रहे रोगियों के परिवारीजनों से सीएम हेल्प लाइन की मदद से बातचीत की जाए और जरूरत के अनुसार दवा पहुंचाई जाए। किसी भी मरीज को इलाज में कोई कठिनाई न हो।
Edited By Umesh Tiwari