बिहार चुनाव में सिर चढ़कर बोला मोदी-योगी का जादू, दोनों दिग्गजों की जनसभा वाले क्षेत्रों में जबरदस्त जीत
Assembly Election Results बिहार विधानसभा चुनाव में बतौर स्टार प्रचारक एनडीए प्रत्याशियों के लिए ताबड़तोड़ रैलियां करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का असर परिणामों पर साफ नजर आ रहा है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। बिहार में जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों ने कयासों के ऊंट की करवट को लेकर उलझाया भले ही हो, लेकिन आखिरकार उसने राष्ट्रवाद की सरपट राह ही पकड़ी। विधानसभा चुनाव में बतौर स्टार प्रचारक एनडीए प्रत्याशियों के लिए ताबड़तोड़ रैलियां करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का असर परिणामों पर साफ नजर आ रहा है। इन फायर ब्रांड नेताओं ने जहां-जहां जनसभाएं कीं, उसमें से अधिकांश सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की है या जीत की ओर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार चुनाव के चार दिनों में कुल 12 रैलियां कीं । 23 अक्टूबर को सासाराम, गया और भागलपुर में, 28 अक्टूबर को दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना, एक नवंबर को पूर्वी चंपारण, छपरा और समस्तीपुर तो तीन नवंबर को आखिरी चरण में प्रधानमंत्री ने पश्चिम चंपारण, सहरसा और फारबिसगंज में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार के प्रभाव क्षेत्र में शामिल बिहार की 101 सीटों में 59 पर एनडीए के उम्मीदवार जीत चुके हैं या निर्णायक बढ़त हासिल कर चुके हैं। इसी तरह योगी की आंधी में भी राजद और कांग्रेस के कई पुराने गढ़ जमींदोज हो गए । बिहार के 17 जिलों की 75 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव परिणाम पर योगी इफेक्ट साफ दिखा। इनमें से करीब 50 सीटों पर एनडीए उम्मीदवार जीत दर्ज करने की राह पर हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में कुल 19 रैलियां की थीं। जंगलराज और भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष पर सीधा हमला बोलने के साथ ही योगी ने अपनी जनसभाओं में अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास और कश्मीर में धारा 370 हटाने जैसे मुद्दे उठाए। सीमांचल की जनसभाओं से घुसपैठियों को बाहर खदेडऩे और धार्मिक फतवों के खिलाफ करारा प्रहार कर योगी ने खास तौर से हिंदू युवाओं को राजग के साथ लामबंद करने का काम किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 और 21 अक्टूबर को कैमूर के रामगढ़, अरवल, रोहतास की काराकाट, जमुई, भोजपुर की तरारी और पटना के पालीगंज में जनसभा कर विपक्ष को घेरा। 28 और 29 अक्टूबर को सीवान के गोरियाकोठी, पूर्वी चंपारण के गोविंदगंज, पश्चिमी चंपारण के चनपटिया, सीवार के दरौंदा, वैशाली के लालगंज, मधुबनी के झंझारपुर की सभाओं से जीत का माहौल बनाया। दो नवंबर को योगी ने पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकि नगर, रक्सौल, सीतामढ़ी में रैली की तो चार नवंबर को कटिहार, मधुबनी की बिस्फी, दरभंगा की केवती और सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में गरजे।