Durga Puja 2020: दुर्गा पूजा पंडालों में ढाक की धुन पर धुनुचि आरती और लगा भोग, दर्शन करने उमड़े श्रद्धालु
Durga Puja 2020 दुर्गा पूजा पंडालों में शुक्रवार को मां के सातवें स्वरूप की पूजा की गई। शनिवार को दुर्गा पूजा पंडालों में संधि पूजा होगी। अष्टमी तिथि और नवमी तिथि की संधि के 24-24 मिनट मिलाकर कुल 48 मिनट की संधि पूजा होती है। कमेटी के पदाधिकारी करेंगे शिरकत।
लखनऊ, जेएनएन। Durga Puja 2020: दुर्गा पूजा पंडालों में शुक्रवार को मां के सातवें स्वरूप की पूजा की गई। सुबह ढाक की धुन पर धुनुचि आरती हुई और भोग लगाया गया। आलमबाग के सिंधी स्कूल में सुबह विशेष पाठ किया गया तो कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी के कमेटी हाल में पूजन के लिए दुर्गा पूजा कमेटी के सदस्यों की कतार लगी रही।
बच्चों और बुजुर्गों के प्रवेश पर प्रतिबंध का असर भी नजर आया जिसकी वजह से भीड़ कम रही। कोरोना संक्रमण के चलते पूजा हुई। मां की प्रतिमा का सोशल मीडिया के माध्यम से घर बैठे श्रद्धालुओं को दर्शन कराया गया। विद्यांत कॉलेज में धुनुचि आरती हुई तो बादशाहनगर पूजा कमेटी की संयोजक सदस्य प्रिया सिन्हा के संयोजन में धुनुचि आरती के साथ महिलाओं ने ढाक की धुन पर नृत्य भी किया। बंगाली क्लब के अध्यक्ष अरुण बनर्जी ने बताया कि सुबह-शाम मां की पूजा की जा रही है। ट्रांसगोमती नगर दुर्गा पूजा एवं दशहरा कमेटी के संयोजक तुहिन बनर्जी ने बताया कि अलीगंज के चंद्रशेखर पार्क के सामने पूजन किया गया, लेकिन प्रसाद वितरण नहीं हुआ।
केकेसी के सेवाग्राम कॉलोनी में स्थापित दुर्गा पूजा पंडाल में सुशांतो ,अतुल व मदन की ढाक पर पीके घोष ने पूजन किया। शास्वत सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थान की ओर से विकास नगर में दुर्गा पंडाल में पूजन हुआ। छावनी दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से पिंक पंडाल में मां का आह्वान किया गया।
प्रवक्ता निहार डे ने बताया कि पूजन के साथ ही कोरोना के संहार का कटआउट लोगों को कोरोना से बचाव का संदेश दे रहा था। आशियाना दुर्गा पूजा कमेटी के संयोजक सदस्य बी घोष ने बताया कि मंदिर में कलश स्थापना की गई है। राजाजीपुरम व गोमतीनगर के शिव मंदिर और निरालानगर के श्रीराम कृष्ण मठ में भी पूजन किया गया।
कल दुर्गा पूजा पंडालों में संधि पूजा
दुर्गा पूजा पंडालों में संधि पूजा शनिवार को होगी। सुबह 11 बजे से होने वाली पूजा 11:48 बजे तक चलेगी। 108 दीपक, 108 कमलपुष्प , 108 गुड़हल के पुष्प और 108 बेलपत्रों से होने वाली पूजा कोरोना संक्रमण के चलते छोटे स्तर पर होगी। अष्टमी तिथि और नवमी तिथि की संधि के 24-24 मिनट मिलाकर कुल 48 मिनट की संधि पूजा होती है। 24 अक्टूबर को सुबह 11:24 मिनट तक अष्टमी पूजन होगा और फिर 11:24 से 11:48 बजे के बीच नवमी पूजन होगा।