Mukhtar Ansari Ambulance Case: मुख्तार का करीबी शाहिद गिरफ्तार, अलका राय ने मीडिया को गुमराह करने भेजी थी वायस रिकार्डिंग
मुख्तार अंसारी एंबुलेंस प्रकरण में फरार चल रहा 25 हजार का इनामी और मुख्तार अंसारी का करीब अली मोहम्मद जाफरी उर्फ शाहिद आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके पकड़े जाने के बाद पुलिस ने तीन और लोगों को विवेचना में शामिल करते हुए आरोपित बनाया है।
बाराबंकी, संवादसूत्र। एंबुलेंस प्रकरण में फरार चल रहा 25 हजार का इनामी और मुख्तार अंसारी का करीब अली मोहम्मद जाफरी उर्फ शाहिद आखिरकार पुलिस के चंगुल में आ गया है। इसके पकड़े जाने के बाद पुलिस ने तीन और लोगों को विवेचना में शामिल करते हुए आरोपित बनाया है। इस मामले में पुलिस छह लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेज चुकी है, जबकि पांच लोग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
एसपी ने बताया कि 2013 में अपने निजी प्रयोग के लिए मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी ने बाराबंकी में फर्जी पते पर एंबुलेंस पंजीयन कराई थी। 31 मार्च को मामला प्रकाश में आने पर दो अप्रैल को एसपी यमुना प्रसाद ने कोतवाली नगर में इस संबंध में जालसाजी का मुकदमा मऊ की हास्पिटल संचालिका डा. अलका राय पर कराया था।
मामला जब तूल पकड़ने लगा तो जौनपुर के थाना कोतवाली नगर के काटेज सिपह निवासी अली मोहम्मद जाफरी उर्फ शाहिद ने आनंद यादव के मोबाइल पर अपनी वायस रिकार्डिंग भेजी थी, जिसमें मीडिया को क्या बताना है इस बारे में शाहिद ने डा. अलका को संदेश भेजा था। बताया जाता है कि शाहिद मुख्तार का बहुत करीबी गुर्गा है। फरार चल रहे शाहिद पर पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार कर पुरस्कार भी घोषित किया था। शाहिद वर्तमान में लखनऊ के वजीरगंज थाना के कालोनी अली का कटरा में रहता था। पुलिस ने शाहिद को रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है। इससे पूर्व पुलिस इस प्रकरण में अल्का राय, शेषनाथ राय, राजनाथ यादव, 3. आनंद यादव, मो. शोएब मुजाहिद, सलीम को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
एसपी ने बताया कि एक अन्य सहित जफर और एक दूसरे शाहिद का नाम और प्रकाश में आया है, पूर्व से वांछित अफरोज व सुरेंद्र शर्मा सहित इन तीन की गिरफ्तारी अभी शेष है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एनबीडब्ल्यूू लिया जा चुका है और जल्द यह लोग भी जेल में होंगे।