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यूपी में माफिया मुख्तार अंसारी के गिरोह लगातार कसा शिकंजा, अब तक ढह चुका 192 करोड़ रुपये का साम्राज्य

उत्तर प्रदेश पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत माफिया मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों की अवैध संपत्तियों को जब्त करने का सिलसिला जारी रखा है। मुख्तार व उसके सहयोगियों के कब्जे से अब तक 192 करोड़ रुपये से अधिक के अवैध निर्माण ढहाए जा चुके हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 03 Apr 2021 08:32 AM (IST)
यूपी में माफिया मुख्तार अंसारी के गिरोह लगातार कसा शिकंजा, अब तक ढह चुका 192 करोड़ रुपये का साम्राज्य
यूपी में मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों के कब्जे से 192 करोड़ रुपये के अवैध निर्माण ढहाए जा चुके हैं।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल से लेकर सूबे के हर कोने में कभी जिस माफिया मुख्तार अंसारी की तूती बोलती थी, अब वह करीब दो साल से पंजाब की जेल में शरण लिए इसकी बड़ी वजह मुख्तार के साम्राज्य की प्रदेश में ढहती दीवारें हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार में पुलिस-प्रशासन की माफिया व अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की जद में मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों की काली कमाई का बड़ा हिस्सा भी आ चुका है। गिरोह के सदस्यों पर बढ़ती कानूनी गिरफ्त ने माफिया से माननीय बने मुख्तार अंसारी को जमीन छोड़ने तक को मजबूर कर दिया। मुख्तार व उसके सहयोगियों के कब्जे से अब तक 192 करोड़ रुपये से अधिक की सरकारी जमीन मुक्त कराने के साथ ही अवैध निर्माण ढहाए जा चुके हैं।

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उत्तर प्रदेश पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत माफिया मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों की अवैध संपत्तियों को जब्त करने का सिलसिला जारी रखा है। इसी कड़ी में अवैध बूचड़खाना पर शिकंजा कसकर इस गिरोह की सालाना करीब ढ़ाई करोड़ रुपये की कमाई बंद कराई गई। मऊ, वाराणसी, भदोही, जौनपुर व चंदौली में मुख्तार के संरक्षण में पनप रहे अवैध मछली कारोबार की कमर तोड़ी गई। मछली के इस कारोबार से गिरोह को सालाना करीब 33 करोड़ रुपये की आमदनी होती थी।

अब तक 94 शस्त्र लाइसेंस निरस्त : यूपी पुलिस आंकड़ों के अनुसार मुख्तार के परिवारीजन व करीबियों के अब तक 94 शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराए गए हैं। इनमें गाजीपुर से बने 84 व आजमगढ़ से बने 10 शस्त्र लाइसेंस शामिल हैं। 71 शस्त्रों को जमा भी कराया गया है, जबकि गलत नाम-पतों पर बने चार शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराकर तीन आरोपितों को गिरफ्तार भी किया गया। मुख्तार गिरोह के कई शूटरों व उससे जुड़े ठेकेदारों के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई के कदम लगातार बढ़ रहे हैं।

जमीन छोड़ने को मजबूर हुआ माफिया : एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि मुख्तार अंसारी व उसके गिरोह का साम्राज्य बहुत बड़ा है। इस गिरोह पर लगातार हो रही कार्रवाई का ही नतीजा है कि मुख्तार अंसारी को प्रदेश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। माफिया मुख्तार के निशानेबाज बेटे अब्बास के विरुद्ध एक शस्त्र लाइसेंस पर अवैध ढ़ंग से कई शस्त्र लिए जाने के मामले में भी कार्रवाई चल रही है।

बुलेटप्रूफ एम्बुलेंस चर्चा का नया केंद्र : अब माफिया मुख्तार अंसारी की बुलेटप्रूफ एम्बुलेंस चर्चा का नया केंद्र बनी हुई है। पूर्व डीजीपी व राज्य सभा सांसद बृजलाल ने इस एम्बुलेंस को लेकर कई राज फाश किए हैं। इस मामले में गहनता से जांच कराकर मुख्तार व उसके सहयोगियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के कदम भी बढ़ चुके हैं। मुख्तार के लेटरपैड का इस्तेमाल कर गलत तरीके से शस्त्र लाइसेंस हासिल करने वाले उसके छह करीबियों के विरुद्ध एफआइआर भी दर्ज कराई गई है।

मुख्तार अंसारी के 11 सहयोगी जिलाबदर : उत्तर पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी के सहयोगी शकील अहमद, शकील, अजमल कुरैशी, अंकुर राय, केफायतउल्ला, चंद्रविजय राय, विशाल राय, दिव्यांशु राय, विशाल, अखंड राय व मनीष राय के विरुद्ध जिलाबदर की कार्रवाई की गई है।


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