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शिवपाल पर मुलायम सिंह का आशीर्वाद आठ दिन में गायब, बेटे अखिलेश के साथ मंच पर पहुंचे

मुलायम सिंह यादव ने नई दिल्ली में अखिलेश यादव के साथ ही प्रोफेसर रामगोपाल यादव के साथ मंच पर आकर साबित कर दिया कि वह भाई के साथ नहीं बल्कि बेटे के साथ हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 04:12 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 08:09 AM (IST)
शिवपाल पर मुलायम सिंह का आशीर्वाद आठ दिन में गायब, बेटे अखिलेश के साथ मंच पर पहुंचे
शिवपाल पर मुलायम सिंह का आशीर्वाद आठ दिन में गायब, बेटे अखिलेश के साथ मंच पर पहुंचे

लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने आज लंबे समय बाद बेटे तथा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मंच साझा किया। नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर समाजवादी पार्टी की साइकिल यात्रा के समापन पर पहुंचे मुलायम सिंह यादव को आठ दिन पहले शिवपाल सिंह यादव ने मैनपुरी से अपनी पार्टी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का प्रत्याशी घोषित किया था।

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समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के सार्वजनिक मंच पर बेटे अखिलेश यादव के साथ आने से भाई शिवपाल सिंह यादव की मुसीबत बढ़ सकती हैं। अखिलेश यादव ने आज नई दिल्ली में लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ साइकिल यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के साथ ही साइकिल रैली के समापन किया। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है।

मुलायम सिंह यादव ने नई दिल्ली में अखिलेश यादव के साथ ही प्रोफेसर रामगोपाल यादव के साथ मंच पर आकर साबित कर दिया कि वह भाई के साथ नहीं बल्कि बेटे के साथ हैं। लंबे समय से समाजवादी परिवार में मनमुटाव की खबरें आ रही है। आज नई दिल्ली में पार्टी कार्यक्रम में मुखिया अखिलेश यादव के साथ ही उनके पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा राम गोपाल यादव भी मौजूद रहे।

मंच से मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मेरी इच्छा है कि समाजवादी पार्टी कभी बूढ़ी न होने पाए ये सदैव आगे बढ़ती रहे। इस दौरान मुलायम सिंह ने लड़कियों और महिलाओं को पार्टी की मुख्य धारा में शामिल करने पर विशेष जोर दिया। इसके साथ उन्होंने आने वाले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने की अपील की। 

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि नोट बंदी से कितना काला धन वापस आ गया। देश में पचास हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या कर ली। देश में जीएसटी और नोटबंदी ने हजारों कारखाने और व्यापार बंद करा दिए। इसके बाद भी देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि पकौड़ा बना लो और नाले से गैस जला लो।

अखिलेश यादव ने कहा समाजवादी सरकार ने अकेले यूपी में दो लाख लोगों को नौकरी दी जिसे नहीं दे पाए उनकी मदद की। लड़कियों की पढऩे मदद की। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी जवानों के हाथ में होगी। अखिलेश ने कहा कि इस सामाजिक न्याय और विकास यात्रा में नेता जी के आने से जो ऊर्जा हमें मिली है वो बयां नहीं की जा सकती। अखिलेश यादव ने कहा समाजवादी पार्टी लोहिया और अम्बेडकर के दो पहियों पर चलने वाली साइकिल है. मैंने अपनी पत्नी को पहले ही लोकसभा में भेज दिया है।

सियासी गलियारों में यह खबर तेजी से फैल रही है कि मुलायम ने अपने बेटे का साथ देने का फैसला कर लिया और शिवपाल से उन्होंने दुरियां बना डाली है। गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश में शिवपाल यादव लगातार अखिलेश के लिए परेशानी खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने जब नई पार्टी ने बनायी तो साफ कहा था कि इसके लिए केवल अखिलेश जिम्मेदार है।

उन्होंने इससे पहले एक नया दांव खेलते हुए मुलायम को अपनी पार्टी में साथ रखने की बात कही थी और उन्हें सपा-बसपा के महागठबंधन का नेता बनाने की वकालत की थी। शिवपाल सिंह यादव ने 16 सितंबर को समाजवादी सेक्युलर मोर्चे की तरफ से मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी से प्रत्याशी घोषित किया था। इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा था कि अगर मुलायम किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ते हैं तो भी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा उनका समर्थन करेगा। उन्होंने कहा था मैंने नेताजी को मोर्चे का अध्यक्ष बनने के लिए ऑफर दिया है। मैंने उनसे आदेश और आशीर्वाद लेने के बाद ही समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का गठन किया था।  


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