लखनऊ में मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल मोतीमहल लॉन में, वाद निस्तारण में नहीं होगी देरी
लखनऊ में अब नहीं होगी मोटर एक्सीडेंट क्लेम के वाद निस्तारण में देर क्लेम ट्रिब्यूनल के लिए राजधानी में जगह तय।
लखनऊ, जेएनएन। एलडीए, पिकपअप भवन देखने के बाद आखिरकर मोटर एक्सीडेंट क्लेम वादों के निस्तारण के लिए बनने वाली क्लेम ट्रिब्यूनल के लिए राजधानी में जगह तय हो गई है। राणा प्रताप मार्ग स्थित मोतीमहल लॉन में दोनों ट्रिब्यूनल चलेंगी। परिवहन आयुक्त कार्यायल की ओर से किराया तय किए जाने का मामला शासन को भेज दिया गया है। इससे लंबित एक्सीडेंट क्लेम के निस्तारण में तेजी आएगी। लोगों को लंबे समय तक न्याय के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। राजधानी समेत प्रदेश के 71 जिलों में 75 क्लेम ट्रिब्यूनल इसी वर्ष शुरू हो जाएंगी।
अभी तक राजधानी में एक ट्रिब्यूनल ही काम रही थी। मोटर दुर्घटना के बाद भुक्तभोगी या उसके परिजन जिला न्यायालय में क्लेम के लिए आवदेन करते थे। लंबी प्रक्रिया की वजह से भुक्तभोगी को न्याय मिलने में देरी होती थी। जरूरतमंद को बीमा क्लेम भी समय से नहीं मिल पाता था। अकेले राजधानी लखनऊ में ही करीब 4000 से अधिक प्रकरण लंबित हैं।
प्रदेश के 71 जिलों में 75 क्लेम ट्रिब्यूनल, करीब 60 हो चुके हैं तैयार
राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के 71 जिलों में बन रहे 75 मोटर दुर्घटना प्रतिकर अधिकरण यानी क्लेम ट्रिब्यूनल अतिशीघ्र काम शुरू कर देंगे। मंडल और जिलेवार तैयार किए जा रहे इन क्लेम ट्रिब्यूनल से लोगों काे जल्द न्याय मिलेगा और उन्हें लंबे समय तक क्लेम के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। 60 अदालतें तैयार हो गई हैं। राजधानी में दो क्लेम ट्रिब्यूनल काम करेगी। राणा प्रताप मार्ग स्थित माेतीमहल लॉन से इसे संचालित किया जाएगा। सभी ट्रिब्यूनल की स्थापना आगामी तीन माह के भीतर हो जाएंगी। प्रदेश में मोटर दुर्घटना के क्लेम संबंधित करीब 78,000 केस अदालतों में लंबित हैं।
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मोटर दुर्घटना के लंबित प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के लिए क्लेम ट्रिब्यूनल बनाए जा रहे हैं। इसी वर्ष के अंत तक इन्हें शुरू कर दिया जाएगा। राजधानी लखनऊ में राणा प्रताप मार्ग स्थित मोतीमहल लॉन में स्थान देख लिया गया है। किराया तय करने के लिए शासन को पत्र लिख दिया गया है।
मुकेश चंद्र, अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन)