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अमेठी: लालच में मां ने ही बेटों को थमाया ‘हथियार’, अपने ही बन रहे जान के सौदागर

अमेठी में जमीन व पैसों की चाहत में हुई थी बुजुर्ग की हत्या खून के रिश्तों में आई दरार अपनों का अपनों ने ही किया कत्ल। मां और बेटे हत्यारोपित निकले। दो दिन पहले हुई थी हत्या। पुलिस ने किया राजफाश मां बेटे पहुंचे सलाखों के पीछे।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 10 Oct 2020 06:43 PM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 05:56 AM (IST)
अमेठी: लालच में मां ने ही बेटों को थमाया ‘हथियार’, अपने ही बन रहे जान के सौदागर
अमेठी के गौरीगंज के महिमापुर में हुई थी बुजुर्ग की हत्या, आरोपित मां और बेटे गिरफ्तार।

अमेठी दिलीप सिंह। पिछले पांच महीनों में दिल दहला देने वाली दो ऐसी घटनाएं घटी। जिसमें मां ने ही अपने बेटों को लालच में आकर हथियार थमा दिया और अपनों का अपनों के ही हाथों अपने ही घर में कत्ल करवा दिया। दो घटनाओं के बाद मां ने ही तहरीर देकर सगे संबंधियों को फसाने की कोशिश भी की और नामजद केस भी दर्ज कराया पर दोनों ही मामलों में जब पुलिस ने गहनता से पड़ताल की तो लालच में बुने गए जाल में मां के साथ बेटे भी फंस गए। पुलिस ने घटना से जुड़े हर एक पहलू को सामने लाकर रिश्तों में आ रही दरार व मां द्वारा अपने ही बेटों को गुनहगार बनाने के रहस्या से पर्दा उठाया तो कई गंभीर सवाल भी समाज के सामने तनकर खड़े हो गए हैं।

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यह है मामला 

पिछले कुछ सालों से साधना के घर ही मामा श्रीकृष्ण ने भी अपना बसेरा बना लिया था। राम गोपाल से श्रीकृष्ण का था पुराना नाता 50 साल पहले श्रीकृष्ण अपने घर से भागकर रामपुर जिले में पहुंचे तो वहां इनकी दोस्ती राम गोपाल से हो गई और श्रीकृष्ण रामपुर में ही डाॅ

 मेदान अस्पताल में भोजन बनाने का काम करने लगे और रामगोपाल के बड़े बेटे सत्यम को अपने साथ रख लिया और उसे ही अपना नामिनी बना दिए थे। चार साल पहले बीमारी से सत्यम की मौत हो गई तो साधना ने अपने पुत्र गुंजन को बैंक में नामिनी बनवा दिया। बताते हैं कि इस बीच सत्यम का छोटा भाई शिवम श्रीकृष्ण के पास उनकी सेवा के लिए आने लगा था। ऐसे में श्रीकृष्ण के मन में दोस्त के प्रति प्रेम जग गया और वह अपनी जमीन व पैसा उन्हें देने का मन बना लिए थे। बस, यही बात हत्या की वजह बन गई।

मां ने बेटे संग मिल बाबा का किया था कत्ल

फुरसतगंज थाना क्षेत्र के पूरे हिमांचल गांव में बीते 25 जून की आधी रात को बुजुर्ग किसान 65 वर्षीय हरिद्वार यादव की धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने घटना की गहनता से जांच की तो बहू कामता व नाती दीपक यादव ही हत्यारोपित निकले। यहां भी जमीन घटना की वजह बनी। मां-बेटे अब भी सलाखों के पीछे हैं।

सच को सामने लाने में पुलिस ने की मेहनत

अमेठी के एसपी दिनेश सिंह ने कहा कि रिश्तों में लगाव का स्थान लालच ने ले लिया है। जिसके चलते ऐसी घटनाएं घट रही हैं। पुलिस टीम ने मेहनत कर सच को सामने ही नहीं लाया। बल्कि निर्दोष लोगों को जेल जाने से भी बचाया है।”


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