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बाराबंकी: जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय में दो करोड़ का घोटाला, फर्जी हस्ताक्षर से जमा हुई फीस

बाराबंकी जनेस्मा में अक्टूबर 2013 से 31 मार्च 2015 के बीच हुआ था प्राइवेट फार्म फीस घोटाला। आयकर जमा करने के दौरान पकड़ा गया मामला।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 06:05 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 06:05 PM (IST)
बाराबंकी: जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय में दो करोड़ का घोटाला, फर्जी हस्ताक्षर से जमा हुई फीस
बाराबंकी: जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय में दो करोड़ का घोटाला, फर्जी हस्ताक्षर से जमा हुई फीस

बाराबंकी [वी. राजा]। जनेस्मा में एक बार फिर दो करोड़ का घोटाला सामने आया है। प्राइवेट फार्म भराने के दौरान करीब आठ हजार प्राइवेट परीक्षार्थियों की फीस बैंक में तो जमा कराई गई लेकिन बैंक में जो रसीद जमा की गई उसमें किसी रसीद पर हस्ताक्षर थे और न ही मोबाइल नंबर सही भरे गए। और तो और पूर्व प्राचार्य स्व. डॉ. जेपीएन ङ्क्षसह के फर्जी हस्ताक्षर भी किए गए थे। आयकर भरने के दौरान घोटाले की जानकारी होने पर प्राचार्य ने जांच कराई, जिसमें पुष्टि हुई। जनेस्मा प्राचार्य ने कॉलेज के सचिव एसडीएम नवाबगंज को भी मामले की जानकारी दी है।

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बताते चलें कि यह मामला बीती पहली अक्टूबर 2013 से 31 मार्च 2015 के मध्य का है। जनेस्मा से सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया गन्ना विस्तार पटल शाखा में प्राइवेट परीक्षा कोष स्टेटमेंट निकलवाया गया तो उसकी जमा रसीद में धांधली सामने आई। कॉलेज की ओर से जब बैंक से वाउचर्स मंगवाए गए हैं। उसमें स्लिप वाउचर्स प्रति पर कोई पहचान पत्र नहीं लगा मिला। कॉलेज के खाते में जमा की गई धनराशि अनधिकृत है। प्राचार्य के पत्र में यह भी आरोप लगा है कि यह धनराशि प्राइवेट परीक्षा फार्म फारवर्ड करवाने वाले तथा कथित दलालों की ओर से जमा की गई है। धनराशि के आधार पर कुछ लोगों ने मिलीभगत करके कॉलेज से फार्म फारवर्ड करवाए, लेकिन कॉलेज से रिकार्ड गायब हैं। यह भी बताते हैं कि इस धनराशि का अधिकतम भाग विश्वविद्यालय को प्रेषित किया गया लेकिन छात्रों से वसूली गई धनराशि का कोई भी विवरण लिपिकों ने नहीं बनाया। इस कारण आयकर विभाग ने इस धनराशि को कॉलेज की आय मानकर टैक्स ले लिया।

खेल में बैंक कर्मी भी शामिल : प्राइवेट छात्रों से फीस वसूलने के मामले में कुछ बैंक कर्मियों व कॉलेज के लिपिकों की भूमिका भी संदिग्ध है। क्योंकि जब भी कॉलेज से धनराशि बैंक में जमा कराई जाती है तो जमाकर्ताओं की शिनाख्त आवश्यक होती है। महाविद्यालय के कुछ लिपिकों ने छात्रों से अघोषित धनराशि लेकर अपने निजी खातों में जमा कर लिया और बाद में अपने खातों से कुृछ धनराशि पचास हजार से अधिक कॉलेज के इसी खाते में चेक से अंतरित कर दिया, लेकिन इसका विवरण नहीं दे पा रहे हैं।

दर्ज होगा मुकदमा 

जनेस्मा, बाराबंकी के प्राचार्य डॉ राम शंकर यादव ने बताया कि मामले में घोटाले के साक्ष्य मिले हैं। उन्होंने कॉलेज के सचिव एसडीएम नवाबगंज को भी इसकी जानकारी दे दी है। मामले में अज्ञात के खिलाफ वे मुकदमा दर्ज कराकर आयकर विभाग को सूची सौंपी जाएगी।


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