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Lockdown 2: लखनऊ में 97.5 फीसद लोग लॉकडाउन के पक्ष में, 75 फीसद पुलिस की सख्ती से संतुष्ट

लखनऊ में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लविवि के साथ 40 शहरो में किया कोरोना को लेकर सर्वे।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 15 Apr 2020 01:01 PM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2020 07:19 AM (IST)
Lockdown 2: लखनऊ में 97.5 फीसद लोग लॉकडाउन के पक्ष में, 75 फीसद पुलिस की सख्ती से संतुष्ट
Lockdown 2: लखनऊ में 97.5 फीसद लोग लॉकडाउन के पक्ष में, 75 फीसद पुलिस की सख्ती से संतुष्ट

लखनऊ [निशांत यादव]। कोरोना वायरस को लेकर 99 प्रतिशत लोग जागरूक हैं। इनमे से 97.5 प्रतिशत लोगों का मानना है कि कोरोना वायरस रोकने के लिये क्वारांटाइन, लॉक डाउन और आइसोलेशन जरुरी है।।जबकि 75 प्रतिशत लोगो का मानना है कि इसे लेकर पुलिस की सख्ती अच्छी है। कोरोना को रोकने के लिए सरकार की तैयारी को लेकर 56.5 प्रतिशत लोगो ने उसे बहुत अच्छा जबकि 26.3 प्रतिशत लोगो ने अच्छा और 14.3 प्रतिशत लोगों ने संतोष जनक कहा है। वही 2 प्रतिशत लोग इससे नाखुश दिखे हैं। कोरोना को लेकर सरकार के इंतजाम, भावी तैयारियों और आम जन में कोरोना के प्रति जागरूकता को लेकर उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक सर्वे या है। 

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इस सर्वे में प्राधिकरण के साथ लविवि के सांख्यिकी विभाग के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस भी शामिल है। स्वास्थ मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार कोरोना के प्रति जागरूकता, ज्ञान और संक्रमण नियंत्रण को लेकर इंग्लिश में प्रश्न पत्र बनाये गए थे। गूगल लिंक के जरिये चार अप्रैल को सर्वे किया गया। यूपी के 40 शहरो के 517 लोगों ने सवालों पर अपनी राय दी। सर्वे में यह बात भी सामने आयी है कि लॉक डाउन के बाद अर्थ व्यवस्था और रोजगार को लेकर भी एक संशय लोगो के बीच बन रहा है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ले. जनरल आरपी साही कहते हैं कि कोरोना को लेकर यह सर्वे बहुत अहम है। इससे यह तो पता चल रहा है कि सरकार के प्रयास असरदार हैं। लोगो में इसे लेकर जागरूकता भी है। स्तिथि में बदलाव के बीच 6 बार यह सर्वे होगा।

जानिए सर्वे में क्या आया सामने

  • 89 प्रतिशत लोगों का मानना है कि कोरोना छूने से होता है। वही 81 प्रतिशत मानते हैं कि आँख,नाक और मूँह, 22 प्रतिशत के मुताबिक ये हवा और 6 प्रतिशत के अनुसार यह जानवर से होता है। 
  • 92 प्रतिशत के अनुसार सोशल भीड़ कोरोना संक्रमण का सबसे बड़ा कारण है। जबकि 54 प्रतिशत कहते है कि लो क्वालिटी के मास्क और ग्लब्स से ये ज्यादा फैला।
  • 93 प्रतिशत मानते है कि लक्षण दिखने पर खुद को 14 दिन सेल्फ क्वारांटाइन कर लेना चाहिए। वही 7 
  • प्रतिशत इससे इत्तिफाक नहीं रखते।
  • 95 प्रतिशत का कहना है कि पब्लिक प्लेस में वह मास्क पहनते हैं। 
  • 94 प्रतिशत लोगो ने कहा कि वह मूह, नाक और आँख छूने से बचते हैं। साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन भी करते हैं।
  • 85 प्रतिशत लोगो को 20 सेकंड तक हाथ धोने की सही जानकारी है। वही 15 प्रतिशत लोगो को इसकी जानकारी नही है।
  • 99 प्रतिशत लोग सोशल डिस्टेंस के बारे में जानते हैं।

बचाव को लेकर यह है जानकारी

  • सामान खरीदकर वापस आने वाले 92 प्रतिशत लोग अपना हाथ धोते हैं। 
  • 62.9 लोगो को सरकार के सिस्टम पर भरोसा है। वही 3.1 प्रतिशत का कहना है कि सरकार अनावश्यक कदम उठा रही है। जबकि 6.2 प्रतिशत लोग मानते है कि सरकार को कुछ राहत लॉक डाउन से देना चाहिए। 
  • 84.5 प्रतिशत लोंगो का कहना है कि यह सर्वव्यापी महामारी है, 87.6 प्रतिशत कहते हैं कि यह संक्रामक रोग है। वही 8.3 प्रतिशत के अनुसार यह जानलेवा नहीं है। 
  • 83 प्रतिशत कहते हैं कि कोरोना को सोशल डिस्टेंस से रोका जा सकता है। जबकि 75.9 प्रतिशत के अनुसार इसकी कोई दवा नही है। 

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