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लखनऊ से संभल तक बुना जा चुका अलकायदा का जाल, गिरफ्तार आतंकियों के संपर्क में 20 जिलों के युवक

आतंकी संगठन अलकायदा के अंसार गजवातुल हिंद माड्यूल का गहरा जाल लखनऊ से संभल तक बुना जा चुका है। लखनऊ से गिरफ्तार आतंकी मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर के संपर्क में 20 से अधिक जिलों के युवक थे। मिनहाज इंटरनेट मीडिया के जरिये लगातार संपर्क में रहता था।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 14 Jul 2021 07:30 AM (IST)Updated: Wed, 14 Jul 2021 08:31 AM (IST)
लखनऊ से संभल तक बुना जा चुका अलकायदा का जाल, गिरफ्तार आतंकियों के संपर्क में 20 जिलों के युवक
लखनऊ से गिरफ्तार आतंकी मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन के संपर्क में यूपी के 20 से अधिक जिलों के युवक थे।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। अलकायदा के अंसार गजवातुल हिंद माड्यूल का गहरा जाल लखनऊ से संभल तक बुना जा चुका है। लखनऊ से गिरफ्तार आतंकी मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर के संपर्क में 20 से अधिक जिलों के युवक थे। खासकर मिनहाज इंटरनेट मीडिया के जरिये उनके लगातार संपर्क में रहता था। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने मिनहाज व मसीरुद्दीन को पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे नए सिरे से पूछताछ शुरू की है और उनके साथियों के बारे में जानकारियां जुटाई जा रही हैं।

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सूत्रों का कहना है कि आतंकी मिनहाज अहमद के लगातार संपर्क में रहे दो युवकों से भी लंबी पूछताछ की गई है। दोनों आतंकियों का हिरासत में लिए गए दो असलहा तस्करों से सामना भी कराया गया। एटीएस यह भी पता लगा रही है कि दोनों असलहा तस्करों को मिनहाज की योजनाओं की पूर्व से जानकारी थी अथवा नहीं। दोनों तस्करों पर भी कानूनी शिकंजा कस सकता है। एटीएस के अलावा केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारी भी दोनों आतंकियों से पूछताछ करेंगे।

एटीएस मुख्यालय में मिनहाज व मसीरुद्दीन से उनके परिवारीजन का भी सामना कराए जाने की तैयारी है ताकि सामने आए तथ्यों को स्पष्ट किया जा सके। मिनहाज व मसीरुद्दीन ने विस्फोटक व बम बनाने की सामग्री कहां से ली थी। कानपुर में पिस्टल कहां और किसके जरिये हासिल हुई थी। ऐसे तथ्यों को पूरी तरह साफ करने के लिए एटीएस दोनों से ऐसे स्थानों की तस्दीक कराएगी।

अब तक की छानबीन में लखनऊ, कानपुर, संभल, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर व कुछ अन्य जिलों के निवासी ऐसे युवकों की जानकारी भी मिली है, जो मिनहाज के लगातार संपर्क में थे। इन्हें मिनहाज अक्सर इंटरनेट मीडिया के जरिये संदेश भेजा करता था। इन संदेशों से किस षड्यंत्र का तानाबाना बुना जा रहा था, इसका पता लगाना भी बेहद अहम है।

एटीएस मिनहाज के मोबाइल फोन से टेलीग्राम एप पर की गई चैटिंग का ब्योरा जुटाने का भी प्रयास कर रही है ताकि कुछ बिंदुओं पर उससे और गहराई से पूछताछ शुरू की जा सके। मिनहाज से अलकायदा के उन हैंडलर के बारे में भी पूछताछ की जा रही है, जिनके वह सीधे संपर्क में था।

एटीएस अधिकारियों का कहना है कि अब तक सामने आए तथ्यों के आधार पर छानबीन को आगे बढ़ाया जा रहा है। कुछ संदिग्धों के बारे में अहम जानकारियां भी जुटाई गई हैं। वहीं एटीएस अब तक मिनहाज के सक्रिय साथी शकील तक नहीं पहुंच सकी है। मिनहाज के घर से भाग निकले उसके दो साथी भी अब तक हाथ नहीं आए हैं।

एटीएस सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान-अफगानिस्तान के सीमा क्षेत्र से अलकायदा के इंडियन सबकांटीनेंट माड्यूल का संचालन कर रहा उमर हलमंडी प्रदेश के कई युवकों के सीधे संपर्क में है। यही वजह है कि अयोध्या, मथुरा, काशी समेत प्रदेश की सीमाओं पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। एटीएस संदिग्धों की तलाश में लगातार छापेमारी भी कर रही है।

मूवमेंट की भी हो रही पड़ताल : मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन के मूवमेंट व गतिविधियों की भी गहनता से जांच की जा रही है। बीते दिनों ही राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द कानपुर व लखनऊ आए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जुलाई को वाराणसी आ रहे हैं। जांच एजेंसियां ऐसे में हर तरह की सतर्कता बरत रही हैं। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि मिनहाज व उसके साथी किस साजिश का तानाबाना बुन चुके थे। इस माड्यूल ने किनको मानव बम बनाया है, एटीएस के सामने उन्हें तलाशने की चुनौती सबसे बड़ी है। मिनहाज के जम्मू-कश्मीर कनेक्शन की छानबीन भी तेज की गई है। उल्लेखनीय है कि एटीएस ने गत रविवार को अलकायदा के आतंकी मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को लखनऊ में गिरफ्तार किया था।


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