आयुष साहू हत्याकांड : अकील ने मारपीट से रखा था क्राइम की दुनिया में कदम, 15 से अधिक मुकदमे;अब हुई सजा
Ayush Sahu murder case 16 अक्टूबर 2013 को सआदतगंज के तेल व्यवसायी श्रवण साहू के छोटे बेटे आयुष की गोली मारकर हुई थी हत्या। अकील को मिली उम्र कैद की सजा।
लखनऊ, जेएनएन। Ayush Sahu murder case : राजधानी के चर्चित आयुष साहू हत्याकांड में सजा पाने वाले अकील ने मारपीट से क्राइम की दुनिया में कदम रखा था। मुखबिरी करके पुलिस का दोस्त बना तो उसका मनोबल बढ़ता गया। 2013 में आयुष हत्याकांड को अंजाम दिया। एक पुलिस अफसर का कहना है कि अकील ने जब मारपीट का पहला अपराध किया तभी पुलिस उस पर शिकंजा कस देती तो श्रवण साहू हत्याकांड जैसी वारदात न होती।
15 से अधिक मुकदमे अब हुई सजा
अकील अंसारी के आपराधिक इतिहास में आए दिन मुकदमों की संख्या बढ़ती गई। उस पर ठाकुरगंज, सआदतगंज व हसनगंज में हत्या, हत्या के प्रयास समेत गंभीर अपराधों में 15 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। ठाकुरगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है।
अकील के जुर्म का बहीखाता
दिनांक - धारा
31 अक्टूबर 2013 - 147/323/325 आइपीसी
23 नवंबर 2013 - 147/323/325/452/506/307 आइपीसी
17 दिसंबर 2013 - आम्र्स एक्ट
27 दिसंबर 2013 - 302/307/504/506/394/ 411 आइपीसी
25 मार्च 2009 - 323/325/504/506 आइपीसी
25 अगस्त 2009 - 306 आइपीसी
16 अप्रैल 2015 - गैंगेस्टर एक्ट
इनके अलावा फिरौती के लिए अपहरण आदि के मुकदमे भी दर्ज हैं।
सआदतगंज कोतवाली में दर्ज मुकदमे
- 20 मई 2016 307/115/120 बी आइपीसी
- 01 फरवरी 2017 302/120 बी आइपीसी
- इनके अलावा दो मुकदमे विवेचनाधीन हैं। हसनगंज कोतवाली में भी 19 जनवरी 2017 को अपहरण, धमकी आदि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।