शहर में गायब हो रहे Mobile की यहां मिल रही लोकेशन, कार्रवाई से कतराती है पुलिस Lucknow News
लखनऊ से रोजाना गायब हो रहे नौ मोबाइल। पश्चिम बंगाल में हो रही बिक्री।
लखनऊ, जेएनएन। शहर में रोजाना करीब नौ मोबाइल गायब हो रहे हैं। लेकिन पीडि़त से उनकी लूट व चोरी की जगह ई-एफआइआर के माध्यम से सिर्फ गुमशुदगी दर्ज कराने को कहा जा रहा है। हजरतगंज थाना स्थित गुमशुदगी सेल में जून तक 1642 मामले दर्ज हो चुके है। हर घटना की रिपोर्ट दर्ज न होने और थानों में इसका ब्योरा तैयार न होने का ही नतीजा है कि गोमती नगर में पिछले दिनों बरामद 54 मोबाइल में सिर्फ छह मोबाइल धारकों का पता चल सका। वहीं झारखंड में गिरफ्तार आरोपित राहुल प्रकाश ने बतया कि चोरी व लूट के मोबाइल शहर में सर्विलांस की मदद से पकड़े जाने के डर से नहीं बेचते। इन्हें पश्चिम बंगाल और झारखंड में ले जाकर इनकी बिक्री की जाती है।
पांच हजार के मोबाइल के लिए पश्चिम बंगाल जाने से कतराती पुलिस
शहर से चोरी हुए कई मोबाइल फोन की लोकेशन बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के नक्सली इलाकों में सर्विलांस के माध्यम से मिली है। पुलिस पांच से सात हजार रुपये के मोबाइल के लिए इतनी दूर जाने की जहमत नहीं उठाती।
आइ फोन की एलसीडी की चोर मार्केट में मांग
मोबाइल चोर सूरज कश्यप के मुताबिक मार्केट में आइ फोन की एलसीडी की मांग बहुत ज्यादा है। हम लोग शहर में चोरी, लूट और लावारिस मोबाइल को अपने ठिकानों पर बोरों में एकत्र करते है। जिन्हें कबाड़ के साथ पश्चिम बंगाल, बिहार व झारखंड सप्लाई कर देते हैं।
चोरी की जगह गायब होने की दर्ज करते रिपोर्ट...
थाने पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे जड़ी-बूटी बेचने वाले डालीगंज निवासी राजू के मुताबिक पुलिस वालों के कहने पर चोरी की जगह मोबाइल के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई फिर भी मोबाइल नहीं मिला। इसी तरह इस सेल में तीसरी शिकायत दर्ज कराने वाले नर्सिंग छात्र सारुन सिंह के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है।