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Mukhtar Ansari Ambulance Case: 25 हजार के इनामी विधायक प्रतिनिधि मुजाहिद भी गिरफ्तार, सलीम के साथ भेजा गया जेल

बाराबंकी पुलिस ने मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस प्रकरण में फरार चल रहे विधायक प्रतिनिधि मुजाहिद को भी पकड़ लिया गया है। वहीं मंगलवार को उसके एंबुलेंस चालक सलीम को एसटीएफ ने लखनऊ से पकड़ा था। दोनों को कोर्ट में हाजिरी के बाद जेल भेजा गया।

By Rafiya NazEdited By: Published: Wed, 30 Jun 2021 03:09 PM (IST)Updated: Thu, 01 Jul 2021 08:26 AM (IST)
Mukhtar Ansari Ambulance Case: 25 हजार के इनामी विधायक प्रतिनिधि मुजाहिद भी गिरफ्तार, सलीम के साथ भेजा गया जेल
मुख्तार अंसारी केस में बाराबंकी में विधायक प्रतिनिधि मुजाहिद और सलीम भेजे गए जेल ।

बाराबंकी, जागरण संवाददाता। मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस प्रकरण में फरार चल रहे विधायक प्रतिनिधि मुजाहिद को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। इससे पहले मंगलवार को उसके एंबुलेंस चालक सलीम को एसटीएफ ने लखनऊ से पकड़ा था। दोनों पर 25 हजार का इनाम घोषित था। बुधवार को पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से भेज दिया गया।

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वर्ष 2013 में बाराबंकी एआरटीओ में जाली दस्तावेजों के आधार पर मऊ के एक हास्पिटल के नाम से फर्जी पते पर एंबुलेंस पंजीकृत कराई गई थी। इसका राजफाश होने पर दो अप्रैल को हास्पिटल की संचालिका डा. अलका राय पर मुकदमा कराया था। अलका के बयान के आधार पुलिस ने इसमें मुख्तार अंसारी, उसके विधायक प्रतिनिधि मो. शोएब मुजाहिद, करीबी मो. जाफरी उर्फ शाहिद सहित छह लोगों को आरोपित बनाया गया। अलका राय, शेषनाथ राय, आनंद और राजनाथ यादव को पुलिस ने जेल भेजा, लेकिन मुजाहिद और शाहिद का पता नहीं लगाया जा सका था। मुकदमे में गाजीपुर के रहने वाले एंबुलेंस चालक सलीम, सुरेंद्र शर्मा और अफरोज खान को भी शामिल किया गया था।

कोतवाली नगर पुलिस टीम ने प्रकरण में नामजद मऊ के घोसी थाना के जमाल मिर्जापुर कस्बा खास के मो. शोएब मुजाहिद पुत्र मोहम्मद इजहारुल हसन को नगर कोतवाली ने जैदपुर अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया है। यह वर्तमान में प्रयागराज के करेली थाने के 640/786 वसीहाबाद सदियापुर में रहता था। वहीं, बाराबंकी की एसआइटी व एसटीएफ की संयुक्त पुलिस टीम ने मंगलवार को एंबुलेंस चालक सलीम पुत्र स्व. बदरुद्दीन को लखनऊ के जानकीपुरम थाना के पायनियर स्कूल के पास से गिरफ्तार किया था। यह गाजीपुर जिले के माेहम्मदाबाद थाने के यूसुफपुर का रहने वाला है।

गिरफ्तारी में अहम साबित हो रहे बयान: एंबुलेंस प्रकरण के आरोपितों की गिरफ्तारी में नामजद आरोपितों के बयान अहम भूमिका निभा रहे हैं। यही वजह कि अलका की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने उसके बयान के आधार सबसे पहले शेषनाथ को गिरफ्तार किया था। इसके बाद होने वाली गिरफ्तारियों में पहले गिरफ्तार गए गए आरोपितों के बयान मददगार बन रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेशकर बुधवार को जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं।


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